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Venezuela Elections 2024 : वेनेजुएला में फिर से निकोलस मादुरो की सत्ता में वापसी हुई है. रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में निकोलस मादुरो को विजेता घोषित किया गया.वह लगातार तीसरी बार वेनेजुएला के राष्ट्रपति बने हैं. हालांकि, विपक्ष चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगा रहा है. वेनेजुएला के चुनाव आयोग ने रविवार की मध्यरात्रि के बाद ऐलान किया था कि मादुरो को 51 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि विपक्षी उम्मीदवार एडमुंडो गोंजालेज के खाते में केवल 44 फीसदी वोट आए. चुनाव आयोग नेशनल इलेक्टोरल काउंसिल के प्रमुख एल्विस एमोरोसो ने बताया कि निकोलस मादुरौ को 51 प्रतिशत वोट मिले, जबकि एडमुंडो गोंजालेज को 44 प्रतिशत मत मिले. उन्होंने कहा कि यह नतीजे 80 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर पड़े वोट पर आधारित हैं. हालांकि, जैसे ही नतीजे सामने आए तो विपक्ष हैरान रह गया. विपक्ष चुनाव में धांधली का आरोप लगा रहा है. कहा ये भी जा रहा है कि चुनाव प्राधिकरण ने अभी तक 30,000 मतदान केंद्रों के आधिकारिक मतदान आंकड़े जारी नहीं किए हैं.
अमेरिका ने भी चुनाव पर उठाए सवाल
चिली के वामपंथी नेता गैब्रियल बोरिक ने कहा कि मादुरो सरकार को समझना जरूरी है कि जो नतीजे अभी आए हैं, उन पर विश्वास कर पाना मुश्किल है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी इसको लेकर बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि उनके देश को गंभीर चिंता है कि घोषित नतीजे वेनेजुएला के लोगों की इच्छा या वोटों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं. एलन मस्क ने भी वेनेजुएला के चुनाव परिणामों को लेकर कई ट्वीट किए. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा ‘तानाशाह मादुरो तुम्हें शर्म आनी चाहिए.
इसलिए हो रहा विवाद
दअरसल, जितने भी एग्जिट पोल सामने आ रहे थे, उसमें विपक्षी पार्टी जीतती नजर आ रही थी. वहीं, ये भी कहा जा रहा है कि चुनाव प्राधिकरण ने अभी तक 30,000 मतदान केंद्रों के आधिकारिक मतदान आंकड़े जारी नहीं किए हैं, जिससे विपक्ष नतीजों की पुष्टि नहीं कर पा रहा है. मतदान शाम 6 बजे समाप्त होना था, लेकिन इसके बाद भी करीब छह घंटे तक कुछ मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए. वेनेजुएला के लोग रविवार के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे, जो 25 साल से एक ही पार्टी के शासन के अंत का रास्ता खोल सकते थे, लेकिन 11 साल से मादुरो को सत्ता से हटाने के लिए वह विफल रहे.
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