राजेश तिवारी (संवाददाता)
ओबरा / सोनभद्र -ओबरा में बन रहे 1320 मेगावॉट के ओबरा परियोजना सी प्लांट का कार्य ठेकेदार द्वारा कराये जाने और वसूली एवं वेतन न मिलने का आरोप लगाते हुए मजदूरों ने कार्य ठप कर दिया। मजदूरों ने कार्यदायी संस्था पर 3 महीने से वेतन न देने का आरोप लगाया। वेतन न मिलने से नाराज मजदूरों ने सुबह 3 बजे तक हड़ताल की। इस बीच कार्य बहिष्कार कर कई घंटे मजूदरों ने प्रदर्शन कर प्लांट जाने वाला रास्ता रोके रखा। वेतन को लेकर मजदूर पिछले कई दिनों से लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी जिम्मेदार ने उनकी सुध नहीं ली। जिससे नाराज होकर मजदूरों ने कार्य रोक दिया और वो हड़ताल पर चले गए।
मजदूरों ने आरोप लगाया कि कोरिया के दुसान कंपनी के ठेकेदारों ने उनको 3 महीने से वेतन नहीं दिया है। इसको लेकर मजदूर आंदोलनरत हैं। इसके बाद भी अभी तक कोई उनसे मिलने नहीं आया। इसी वजह से मजदूरों ने कार्य बहिष्कार कर काम ठप करा दिया। पेमेंट को लेकर बौखलाये मजदूरो ने झरियानाला दुसान गेट पर एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे।प्राप्त जानकारी के अनुसार मजदूरों ने बताया कि ठेकेदार जेपी उर्फ़ जीतेन्दर प्रजापति द्वारा मजदूरों को कंपनी में काम दिलाने के नाम वसूली की जाती है तभी मजदूरों को कम्पनी में काम मिला है।यही नहीं बल्कि दुसान कम्पनी में दुसान के रखे गए ठेकेदारों द्वारा उन मजदूरों से कार्य कराकर उन मजदूरों का 2 से 3 महीने का पेमेंट नहीं देने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
मजदूरों के बौखलाने पर ओबरा प्रशासन द्वारा दुशान परियोजना और बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक में यह तथ्य सामने आया कि जब तक दुसान के ठेकेदारों द्वारा बोर्ड के अधिकारियों को बेडशीट और पेमैंट स्लिप नहीं दी जायेगी तब तक मजदूरों का पेमेंट होने में समस्या होती रहेगी। मजदूरों को कहना है कि ठेकेदार की लापरवाही और तानाशाही के के कारण मजदूर कार्य ठप कर हड़ताल करने को मजबूर है।