चोपन। स्थानीय नगर पंचायत में ईओ न होने के कारण आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर के विकास कार्य भी ठप पड़े हैं। नगर पंचायत के चुनाव के बाद ईओ रहे महेन्द्र सिंह का प्रतापगढ़ स्थानांतरण हो जाने के बाद नगर पंचायत डाला की ईओ देवहूति पांडेय को चोपन का अतरिक्त प्रभार दिया गया था परंतु उनका भी लगभग 5 माह बाद स्थांतरण अन्यत्र हो जाने के कारण रेणुकूट के ईओ लल्लन राम यादव को चोपन का अतरिक्त प्रभार दिया गया लेकिन अभी लगभग दो माह ही हुआ की उनका भी स्थानांतरण होने के बाद से रेणुकूट व चोपन नगर पंचायत लगभग एक महीने से ईओ के अभाव में खाली पड़ा है।ईओ के न होने के कारण निकाय के कर्मचारियों का वेतन देने में भी समस्या आ सकती है। अध्यक्ष के साथ ही ईओ के संयुक्त हस्ताक्षर से विभागीय कार्य संपादित होते हैं। ईओ की गैर मौजूदगी से कार्यालय के साथ ही नगर विकास के कार्य प्रभावित हो रहे हैं साथ ही नगर पंचायत से जुड़ी व्यवस्थाएं बेपटरी होने लगी हैं। एक महीने का समय बीतने वाला है। अभी तक व्यवस्थाओं को सुचारू ढंग से चलाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्थायी प्रबंध नहीं किया गया। ईओ के न होने की वजह से लोगों को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र तथा अन्य कई कार्यालय संबंधी कामकाज के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है। इस समस्या पर सभासद दिव्यविकास सिंह, नरेश यादव, सुशील साहनी व नागेंद्र यादव इत्यादि का कहना है की चोपन के साथ करीब एक वर्ष से ऐसा होता आ रहा है की अन्य किसी नगर पंचायत के ईओ को चोपन का अतरिक्त प्रभार सौप दिया जाता है, जिससे वह पूरा समय नहीं दे पाते और लोग महीनों तक परेशानिया झेलते रहते हैं। सभासदों ने चोपन को स्थाई ईओ देने की मांग की है। उधर चेयरमैन उस्मान अली ने बताया कि नगर पंचायत चोपन ईओ विहीन है इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है जिला प्रशासन द्वारा भी संज्ञान में ले लिया गया है।