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कानोता इलाके में करंट लगाने से पंकज की मौत हो गई।
जयपुर में करंट लगने से एक नाबालिग मजदूर की मौत हो गई। छत पर सामान रखते समय लटके बिजली तारों से उसे झटका लगा था। कानोता थाना पुलिस ने SMS हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के पिता ने ठेकेदार के खिलाफ लापहरवाही से मौत का माम
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ASI वेदप्रकाश ने बताया- हादसे में बासमवास गंगापुर सिटी निवासी पंकज (17) पुत्र मनीष बैरवा की मौत हो गई। उसके पिता मनीष अपने परिवार के साथ शंकर विहार कानोता में किराए से रह रहे है। 26 जुलाई को ठेकेदार जीतू बन्ना मजदूरी के लिए पंकज को पुरानी चुंगी कानोता स्थित एक दुकान पर ले गया। सुबह करीब 9:30 बजे दुकान की छत पर सामान रखने के लिए पंकज को भेजा।
छत पर सामान रखते समय लटके बिजली तारों से पंकज को करंट का तेज झटका लगा। धमाके की आवाज से दूर जाकर गिरे पंकज को गंभीर हालत में तुरंत SMS हॉस्पिटल पहुंचाया। डॉक्टर्स ने पंकज को मृत घोषित कर दिया। मेडिकल सूचना पर कानोता थाना पुलिस हॉस्पिटल पहुंची। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के पिता मनीष ने ठेकेदार जीतू बन्ना के खिलाफ लापरवाही के चलते बेटे पंकज की मौत का मामला दर्ज करवाया है।
अकेले रह गए हम
मृतक के पिता मनीष ने बताया कि वह पिछले एक साल से यहां किराए से रहकर मजदूरी कर रहा है। वह अपनी पत्नी व दोनों बेटों के साथ यहां रहने आया था। 26 मई की शाम को उनका 13 साल का बेटा दिपांशु लापता हो गया था। कानोता थाने में लापता बेटे की गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी। छोटे बेटे दिपांशु को खोए हुए 2 महीने हो गए। 26 जुलाई को मैंने अपने बड़े बेटे पंकज की मौत हो गई। दोनों बेटो को खोने के बाद हम अकेले रह गए है।
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