अजित सिंह
सोनभद्र ।ओबरा में बन रहे 1320 मेगावॉट के ओबरा परियोजना सी प्लांट का काम मजदूरों ने ठप कर दिया। मजदूरों ने कार्यदायी संस्था पर 3 महीने से वेतन न देने का आरोप लगाया। वेतन न मिलने से नाराज मजदूरों ने सुबह 3 बजे तक हड़ताल की।इस बीच कार्य बहिष्कार कर कई घंटे मजूदरों ने प्रदर्शन कर प्लांट जाने वाला रास्ता रोके रखा।वेतन को लेकर मजदूर पिछले कई दिनों से लगातार आवाज उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी जिम्मेदार ने उनकी सुध नहीं ली। जिससे नाराज होकर मजदूरों ने काम रोक दिया और वो हड़ताल पर चले गए। मजदूरों ने आरोप लगाया कि, कोरिया के दुसान कंपनी के ठेकेदारों ने उनको 3 महीने से वेतन नहीं दिया है। जिसको लेकर मजदूर आंदोलनरत हैं। इसके बाद भी अभी तक कोई उनसे मिलने नहीं आया। इसी वजह से मजदूरों ने कार्य बहिष्कार कर काम ठप करा दिया।पेमेंट को लेकर बौखलाये मजदूरो ने झरिया नाला दुसान गेट पर इकठा होकर नारेबाजी करने लगे।प्राप्त जानकारी के अनुसार मजदूरों ने बताया कि ठेकेदार जेपी उर्फ़ जीतेन्दर प्रजापति द्वारा मजदूरों को कंपनी में काम दिलाने के नाम उनसे 3500 से ₹5000 तक वसूले जब जाकर मजदूरों को कम्पनी में काम मिला है।और यही नहीं दुसान कम्पनी में दुसान के रखे गए ठेकेदारों द्वारा उन मजदूरों से कम कर कर उन मजदूरों का 2 से 3 महीने का पेमेंट ना देने का धंधा बदस्तूर जारी है। मजदूरों के बौखलाने पर ओबरा प्रशासन द्वारा दुशान परियोजना और बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक में यह तथ्य सामने आया कि जब तक दुसान के ठेकेदारों द्वारा बोर्ड के अधिकारियों को बेडशीट और पेमैंट स्लिप नहीं दी जाती है तब तक मजदूरों का पेमेंट होने में समस्या होती रहेगी। मजदूरों को कहना है कि ठेकेदार की लापरवाही और मनमाने रवाइये के चलते मजदूर काम रोककर हड़ताल करने को मजबूर है।