[ad_1]
पाली के बांगड़ हॉस्पिटल के बाहर शनिवार सुबह खड़े पुलिसकर्मी व अन्य।
पाली के बांगड़ हॉस्पिटल के ग्यानिक वार्ड में भर्ती एक प्रसूता की शुक्रवार देर रात को इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि नर्सिंग स्टॉफ ने लापरवाही बरतते हुए गलत इंजेक्शन लगाया। जो प्रसूता की मौत का कारण बनी। परिजनों के हंगामे की सूचना पर हॉ
.
पाली जिले के खेजड़ली (रानी) निवासी प्रसूता 22 जरीना पत्नी दिनेश को लेबर पेन होने पर परिजन उसे रानी सीएचसी ले गए। प्रसूता की बीपी हाई होने व बार बार तान आने के कारण डॉक्टर ने उसे बांगड़ अस्पताल रेफर कर दिया। यहां डॉक्टर प्रवीण उम्मेद ने जरीना की डिलीवरी करवाई। प्रसूता ने 23 जुलाई को बच्ची को जन्म दिया। जो प्रसूता की पहली संतान है। डिलीवरी के बाद प्रसूता को बुखार आने लगा। इसके बाद डॉ. प्रवीण ने बुखार का ट्रीटमेंट शुरू किया। परिजन का आरोप है कि नर्सिंग स्टाफ ने लापरवाही बरतते हुए शुक्रवार रात को जरीना को गलत इंजेक्शन लगाया। जिससे उसकी मौत हो गई।
खून का धक्का बनने से हुई मौत
इसको लेकर गायनिक विभाग के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ प्रवीण उम्मेद का कहना है कि खून का थक्का बनने से प्रसूता को सांस लेने में समस्या होने लगी। उसकी बीपी भी हाई थी। बार बार तान आ रहे थे। जिसे नियंत्रित तो कर लिया था। लेकिन सांस में तकलीफ होने से मौत हो गई। इंजेक्शन की वजह से मौत होना संयोग हो सकता है।
भाई बोला-कम्पाउंडर ने इंजेक्शन लगाए जिससे मौत हुई
पीड़िता के भाई राहुल का कहना है कि शुक्रवार रात को जरीना को कम्पाउंडर ने एक इंजेक्शन लगाया। उसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ी जो उसकी मौत का कारण बनी। आरोप है कि कम्पाउंडर ने गलत इंजेक्शन लगाया। जिससे उसकी मौत हुई।
[ad_2]
Source link