[ad_1]
बिजली कटौती से परेशान लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को मांग पत्र सौंपा है।
जिले के रावतसर कस्बे में पिछले काफी समय से बिजली कटौती से परेशान कस्बे वासियों ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को मांग पत्र सौंपा है। उन्होंने बिजली आपूर्ति सुचारू कराने, पानी की लाइनों के लीकेज ठीक कराने,
.
कांग्रेस के पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल ने कहा- रावतसर शहर में अघोषित बिजली कटौती से आमजन को बहुत परेशानी ही रही है। लोगों को घंटों तक बिजली का इंतजार करना पड़ता है। इसके चलते कोई सरकारी कार्यालयों में आमजन का बिजली नहीं होने के कारण जरूरी कार्य नहीं हो पाता है। पालिकाध्यक्ष श्यामसुंदर मेघवाल ने कहा- रावतसर शहर में पिछले कई दिनों से चोरियां हो रही हैं। जिसमें कुछ दिनों पहले यहां पर एटीएम चोरी की वारदात हो चुकी है। उसके बाद खेतरपाल मंदिर पर चेन स्नेचिंग की घटना हुई थी। रात्रि के समय अज्ञात चोरों के द्वारा घरों में चोरी की वारदात करने की वीडियो वायरल हो रही है, जिससे लोगों में भय बना हुआ है। पालिकाध्यक्ष ने कानूनी व्ययस्था को बहाल करने की मांग की है। लोगों ने मांग की वार्ड नंबर 31 में 2 वर्ष पहले बिछाई पाइपलाइन को सही करवाकर फिर जोड़ा जाए ताकि आमजन को फायदा मिले।
कोढ़ में खाज का काम कर रही बिजली कटौती
हनुमानगढ़ में उमसभरी गर्मी में हो रही है। बिजली कटौती कोढ़ में खाज का काम कर रही है। इससे उद्योग धंधे प्रभावित हो रहे हैं। टाउन क्षेत्र में पिछले दो दिनों से हो रही बिजली कटौती से लोगों का बुरा हाल है। टाउन के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय फोर्ट के बच्चे भी शुक्रवार को भयंकर उमसभरी गर्मी से बेहाल नजर आए। स्कूल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मुखराम व फूलचन्द ने बताया- पिछले दो दिन से लग रहे बिजली कटों से विद्यार्थियों व स्टाफ को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी अधिक होने की वजह से कई बच्चों ने चक्कर आने की शिकायत की।
बच्चों को गर्मी से बुरा हाल
बिजली कटौती के कारण पेयजल की भी समस्या पैदा हो रही है। मजबूरन बच्चों को कक्षा-कक्ष से बाहर बैठाना पड़ रहा है। इससे पढ़ाई में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। कक्षा पांच-छह के बच्चों का गर्मी में बुरा हाल है। इसके अलावा ऑनलाइन होने के कारण टीसी काटने का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। विद्यार्थी स्कूल के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। परीक्षा भी चल रही है। उसमें भी व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। स्कूल स्तर पर प्रयास करने के लिए कोई संसाधन नहीं हैं। जनरेटर से तीन-चार कक्षा-कक्ष में बिजली की सुविधा है। इन्वर्टर खराब पड़ा है। नया इन्वर्टर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
[ad_2]
Source link