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कोटा नगर निगम की गौशाला में क्षमता से ज्यादा गौवंश रखे हुए हैं। ऐसे में अब इन्हें निजी गौशालाओं में शिफ्ट किया जा रहा है। नगर निगम की बंधा धर्मपुरा स्थित गौशाला से जिले की निजी गौशलाओं में लावारिस गौवंश को शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया है। सबसे पहले
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जिनमें 7 गाय और 3 बछड़े शामिल हैं। इसी तरह से जिले की अन्य गौशालाओं को उनकी गौवंश क्षमता के अनुसार लावारिस गौवंश दिए जाएंगे। नगर निगम की बंधा धर्मपुरा स्थित गौशाला में क्षमता से अधिक गौवंश भरा हुआ है। जिससे वहां समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में प्रशासन ने पशुपालन विभाग को निर्देश दिए थे कि जिन निजी गौशालाओं को राज्य सरकार से अनुदान प्राप्त होता है। उनमें गौवंशों को शिफ्ट किया जाए।
जिले की 22 निजी गौशालाओं को गौवंश देने का आदेश जारी किया था। गौशाला समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने बताया कि निगम की गौशाला से पहली भांडाहेड़ा की गौशाला को 10 गौवंश दिए गए हैं। जिन्हें वहां शिफ्ट करवा दिया है। बाकि गौशालाओं में भी उनकी क्षमता के अनुसार गौवंशों को शिफ्ट किया जाएगा ताकि गौवंशों को राहत मिल सके। इधर निगम अधिकारी गौशाला के लिए जमीन के लिए कोई प्रयास ही नहीं कर रहे है।
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