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सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर में मीटिंग करते स्पीकर और सीएम
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है। सदन का यह सत्र आठ दिनों का होगा। सदन संचालन को लेकर विधानसभा की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वहीं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं। वहीं आज सदन की कार्यवाही को लेकर सत्ता पक्ष के
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इस बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने की। वहीं बैठक के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ मंत्री श्री रामेश्वर उरांव, माले विधायक विनोद सिंह के अलावा आजसू विधायक लंबोदर महतो सहित अन्य उपस्थित रहे।
हेमंत सरकार के कार्यकाल का यह अंतिम सत्र होगा
रोजगार, करप्शन, डेमोग्राफिक बदलाव पर बहस
मानसून सत्र के दौरान कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन्हें लेकर विपक्ष सरकार को पूरजोर घेरेगी। विपक्ष की माने तो रोजगार, भ्रष्टाचार, संथाल परगना में डेमोग्राफिक बदलाव को लेकर सरकार पूरी तरह से विफल है। चार साल तक सरकार रोजगार देने का वायदा करती रही लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। इसी तरह भ्रष्टाचार पर तो कुछ कहा ही नहीं जा सकता है। सड़क से सदन तक डेमोग्राफिक बदलाव के आंकड़े हैं पर सरकार उसमें भी चुप्पी साधे हुए है।
विपक्ष के हर सवाल का मिलेगा जवाब
वहीं सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने को सरकार तैयार है। झामुमो प्रवक्ता मनोज पांडे के मुताबिक हम चाहेंगे कि मानसून सत्र ऐतिहासिक हो। सदन में सदस्य ज्यादा से ज्यादा जनहित के मुद्दे उठाएं। उनके मुताबिक कहा कि हम चाहेंगे कि भाजपा भी हमारे साथ आवाज उठाएं कि इस बजट में झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है।
आठ दिनों का होगा मानसून सत्र
- 26 जुलाई 2024 : शपथ ग्रहण, राज्यपाल द्वारा प्रतिस्थापित अध्यादेशों की कॉपी सभा पटल पर रखा जाएगा (यदि हों)
- 27 जुलाई 2024 : अवकाश
- 28 जुलाई 2024 : अवकाश
- 29 जुलाई 2024 : प्रश्नकाल, वित्तीय वर्ष 2024-25 के प्रथम अनुपूरक बजट पटल पर रखा जाएगा
- 30 जुलाई 2024 : प्रश्नकाल, प्रथम अनुपूरक बजट पर चर्चा सहित अन्य विधेयकों पर वोटिंग
- 31 जुलाई 2024 : प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक और राजकीय कार्य
- 01 अगस्त 2024 : प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक और राजकीय कार्य
- 02 अगस्त 2024 : प्रश्नकाल, राजकीय विधेयक और राजकीय कार्य
सदन के सुचारू संचालन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक करते स्पीकर रबींद्रनाथ महतो
सुरक्षा में तैनात एक हजार जवान
विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सड़क से लेकर विधानसभा तक सुरक्षा के लिए 1000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पूरे परिसर के चारों ओर चार लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया गया है। एक हजार जवानों के साथ 15 इंस्पेक्टर और 06 डीएसपी रैंक के अधिकारी भी सुरक्षा पर नजर रखेंगे।
आंदोलन कर रहे लोगों पर विशेष नजर
विधानसभा और उसके आसपास के इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सहायक पुलिस और पारा शिक्षकों के आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा में तैनात होने वाले सुरक्षाकर्मियों को कई निर्देश भी जारी किए गए हैं। सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। विधानसभा के आसपास कई जगहों पर बैरिकेडिंग भी की गई है।
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