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India Budget For Maldives : भारत विरोधी मालदीव के लिए भी मोदी सरकार ने बड़े बजट का ऐलान किया है. चीन के इशारे पर मोहम्मद मुइज्जू भारत को आंख दिखाते हैं, उसके बाद भी भारत सरकार ने मालदीव के लिए 400 करोड़ रुपये के बजट का ऐलान किया है. सबसे बड़ी बात यह है कि पिछले साल की तुलना में मालदीव के बजट में कोई कटौती नहीं की गई है, जबकि भूटान के लिए थोड़ा बजट कम किया गया. इस साल भूटान के लिए सरकार ने 2,068 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो पिछले वित्तीय 2400 करोड़ रुपये थे. बांग्लादेश को भी मौजूदा आम बजट में 120 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो पिछले 200 करोड़ रुपये थे.
मालदीव को छोड़कर कई देशों का बजट घटाया
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मॉरीशस के लिए मदद भी बड़ा ऐलान किया. उसके लिए 370 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई. हालांकि, यह पिछले वित्त वर्ष 400 करोड़ रुपये थी. म्यांमार के लिए भी इस साल का बजट 400 करोड़ रुपये से घटकर 250 करोड़ रुपये हो गया. मालदीव के लिए बजट में कोई बदलाव नहीं किया गया. इस साल भी मालदीव के लिए 400 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. ईरान के चाबहार पोर्ट के लिए भी 100 करोड़ रुपये की मंजूरी बजट में दी गई है.
नेपाल और श्रीलंका का बजट बढ़ाया
हालांकि, मोदी सरकार ने इस बार नेपाल और श्रीलंका के लिए बजट आवंटन में वृद्धि की है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में नेपाल को सहायता के रूप में 700 करोड़ रुपये आवंटित किए , जो पहले 550 करोड़ रुपये थे. श्रीलंका के लिए इस साल 245 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जबकि पिछले साल यह राशि 150 करोड़ रुपये थी.
भारत मालदीव के रिश्तों में आया तनाव
मालदीव और भारत के बीच इस समय रिश्तों में तनाव है. इसका फायदा चीन भी उठा रहा है. चीन के इशारों पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत को लेकर कड़ा रुख रखते हैं. भारत और मालदीव के राजनयिक संबंध इस साल जनवरी में ज्यादा तनावपूर्ण हो गए थे. दरअसल, मालदीव के कुछ सांसदों ने पीएम मोदी के लक्षद्वीप जाने के दौरान अपमानजनक बयान दिए थे. जिसके बाद मालदीव की राजनीति में भूचाल आ गया था.
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