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जिले में मूंग उपार्जन खरीदी अंतिम तारीख 31 जुलाई है। यानि खरीदी को मात्र 7 दिन शेष बचे है। लेकिन पोर्टल पर स्लॉट बुकिंग, सर्वर व अन्य कारणाें की समस्या के चलते 18 हजार से ज्यादा अपनी मूंग नहीं बेच पाएं है। ऐसे में उपार्जन केंद्रों पर बड़ी संख्या में क
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मानक क्षमता से 200 ग्राम ज्यादा भर रहे मूंग
चीलाचोन में ओमसांईराम वेयरहाउस जहां सेवासहकारी समिति सांगाखेड़ा खरीदी कर रही है। यहां केंद्र जब बोरियों में 50 किलो 700, 50किलो800ग्राम तक मूंग भरी गई है। जबकि बारदान का वजन 550 ग्राम तक है। ऐसे में 50किलो 550 ग्राम तक भरना है। लेकिन 150 से 200 ग्राम तक ज्यादा मूंग भरी जा रही। केंद्र प्रभारी राजकुमार सैनी का कहना है कि बोरियों में 50 किलो 500 ग्राम तक भी भर रहे। एक-दो बारदान गिले होने से ज्यादा भरा गया होगा।
केंद्र के बाहर ढला ताला, लेकिन अंदर लगा अमानक स्तर की मूंग का ढेर
सांगाखेड़ा कला में बालाजी वेयरहाउस में बने केंद्र पर ट्रॉलियों की लंबी-लंबी कतारें लग रही है। केंद्र पर ताला डालना पड़ रहा। ताकि मानक स्तर की मूंग की गाड़ियां ही अंदर आ सकें। लेकिन यहां केंद्र के भीतर मूंग के दो बड़े ढेर लगे है। जो करीब 15 दिन से लगे है। ढेर पर धूल तक छा गई। जिससे मूंग का रंग दूर से ही बेकार दिख रहा। खरीदी कर रही सेवा सहकारी समिति रायपुर के प्रबंधक दीपक कुमार थापक का कहना है कि ये किसान का माल है। जो अमानक स्तर का है। किसान ने जबरजस्ती ढेर लगाकर चला गया। हमने बार-बार बोला कि मूंग लेकर जाओ। लेकिन वो नहीं आ रहे।
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