[ad_1]
कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि वह एक फर्जी वीडियो को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराएगी और अदालत का दरवाजा खटखटाएगी, जिसमें NSUI नेता ने कथित तौर पर दावा किया है कि कथित नर्सिंग घोटाले में मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग की कोई भूमिका नहीं है। कांग्रेस सारंग के इस्तीफे की मांग कर रही है। यह कथित अनियमितता उस समय की है जब सारंग मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री थे।
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रमुख मुकेश नायक ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘वीडियो फर्जी है। हम पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जा रहे हैं और इस संबंध में अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।’ उनके साथ नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के नेता रवि परमार भी थे।
राज्य के भाजपा मीडिया प्रमुख आशीष अग्रवाल ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो को रीट्वीट किया, जिसे उन्होंने कांग्रेस की छात्र शाखा NSUI के परमार पर एक स्टिंग ऑपरेशन बताया। वीडियो में परमार ने कथित तौर पर दावा किया है कि नर्सिंग घोटाले के पीछे अधिकारियों का हाथ है और सारंग साजिश का शिकार हुए हैं। परमार ने वीडियो में कथित तौर पर दावा किया है कि सारंग राजनीति का शिकार हो गए हैं।
वीडियो के अनुसार, परमार कहते हैं कि सारंग ने राजा साहब (कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह) से झगड़ा किया था। सिंह ने उन्हें सारंग से हिसाब बराबर करने के लिए कहा है। सारंग वर्तमान में मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार में सहकारिता, खेल और युवा कल्याण मंत्री हैं। परमार ने वीडियो को सारंग के इस्तीफे की मांग कर रहे कांग्रेस के विरोध को कमजोर करने की भाजपा की एक चाल बताया।
उधर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि तथाकथित ‘व्हिसलब्लोअर’ (नर्सिंग घोटाले के) ने वीडियो में कहा है कि दिग्विजय सिंह ने भाजपा और सारंग को बदनाम करने के लिए उनका इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘अगर कांग्रेस में हिम्मत है, तो वह क्लिप पर चुप क्यों है? इसे ‘एक्स’ पर पोस्ट करने वाले व्यक्ति के खिलाफ तुरंत शिकायत दर्ज करानी चाहिए।’ चतुर्वेदी ने कहा कि मामले में आखिरकार सच्चाई सामने आ गई है और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी है।
बता दें कि कांग्रेस तीन महीने से अधिक समय से कथित नर्सिंग घोटाले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है और इसे व्यापम घोटाले की तरह बता रही है, जिसमें सीबीआई द्वारा जांच की जा रही प्रवेश और भर्ती रैकेट शामिल है। दो दिन पहले, कांग्रेस ने अशोका गार्डन पुलिस स्टेशन में सारंग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी। तब कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए थे और एक-दूसरे पर तख्तियां फेंकी थीं।
विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने तब कहा था, हम चार दिनों में मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग के एक और घोटाले का पर्दाफाश करने जा रहे हैं। कांग्रेस ने हाल में कथित घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के दौरान भी विरोध प्रदर्शन किया था।
कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने 169 कॉलेजों को क्लीन चिट दे दी, लेकिन सीबीआई के दो अधिकारियों को अनुकूल रिपोर्ट के लिए कुछ संस्थानों से रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े जाने के बाद 30 मई को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने एजेंसी को इन 169 कॉलेजों का निरीक्षण फिर से करने के लिए कहा।
इस साल जनवरी में प्रस्तुत की गई एजेंसी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि 73 कॉलेजों में बुनियादी ढांचे की कमी थी और 66 अनुपयुक्त थे।
[ad_2]
Source link