[ad_1]
मीटिंग में हंगामा करते पार्षद।
हरियाणा के करनाल में जिला परिषद की बैठक में आज जमकर हंगामा हुआ है। पार्षदों ने चेयरमैन पर विकास कार्यों में भेदभाव करने और अपने पसंदीदा पार्षदों को ही ग्रांट बांटने का आरोप भी लगाया है। बैठक के दौरान एक कमेटी भी बनाई गई है, जो अब ग्रांट बांटने का कार
.
केवल दो-तीन चहेतों को बांटी गई ग्रांट
पार्षद अमित बराना ने कहा कि पिछले दो-तीन साल से जिला परिषद की ग्रांट केवल दो-तीन लोगों में ही बांट दी जाती थी। हमने इसका विरोध किया है और पहले भी विरोध होता रहा है, लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया।
एससी-बीसी समाज को दबाया जा रहा था। कुछ पार्षद ऐसे हैं जिन्हें आज तक 5 लाख रुपए भी ग्रांट नहीं मिली है। बराना ने आगे कहा कि जिला परिषद के चेयरमैन के पास 7 करोड़ रुपए की ग्रांट गई है। एक तरफ 7 करोड़ और दूसरी तरफ 7 लाख, इसमें कितना अंतर है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इसकी जांच होनी चाहिए। अब कमेटी का गठन हुआ है, आगे से चेयरमैन अपने स्तर पर ग्रांट नहीं बांट पाएगा।
हंगामे में बाद बाहर निकालते पार्षद।
वाइस चेयरमैन रीना बोली
ग्रांट सही तरीके से नहीं दी जा रही थी-वाइस चेयरमैन रीना ने बताया कि पहले ही तय हो चुका था कि ग्रांट सभी पार्षदों में समान रूप से बांटी जाएगी, लेकिन डेढ़ साल तक सभी ने सोचा कि ग्रांटों का आबंटन समान रूप से होगा, पर ऐसा नहीं हुआ। ग्रांट सही तरीके से नहीं दी जा रही थी, खासकर एससी और बीसी समाज को। इसलिए आज एक प्रस्ताव रखा गया और कमेटी बनाई गई, जो ग्रांट बांटने का काम करेगी।
चेयरमैन ने बताया आरोपों को निराधार
चेयरमैन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने उनकी पत्नी पर लगे लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा सभी वार्डों में समान रूप से काम करवाए गए हैं और प्राथमिकता के आधार पर। जो पार्षद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पिछली बार 50 लाख की ग्रांट दी गई थी।
यह साजिश है और इस साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा। जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा। अगर 7 रुपए भी साबित हो जाते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।
जानकारी देते CEO विवेक चौधरी।
ब्लॉक समिति सदस्यों बुलाकर रची साजिश
राणा ने आगे कहा आज वोटिंग के दौरान ब्लॉक समिति सदस्यों को बुलाकर साजिश रच दी गई। कुछ पार्षद उपस्थित थे, फिर भी वे वोटिंग नहीं कर पाए। विधायक की साजिश का जवाब जनता के बीच में दिया जाएगा।
CEO बोले-कमेटी का किया गया है गठन
जिला परिषद के CEO विवेक चौधरी ने बताया कि बैठक बहुत अच्छी रही जिसमें 11 एजेंडे रखे गए थे और सर्वसम्मति से 10 एजेंडे पास हो गए। पार्षदों ने ग्रांटों के एडमिनिस्ट्रेटिव सेंक्शड के मैकेनिज्म को बदलने का प्रस्ताव दिया है। इसमें चेयरमैन की पावर अब कमेटी को दे दी गई है।
[ad_2]
Source link