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थोड़ी मेहनत हाथ की, बाकी कृप भोलेनाथ की, आपको मेहनत करना पड़ेगी, भगवान शिव आपको सफलता जरूर देगा। जब बच्चा आंगन में खेलता है तो मां की सारी निगाह बच्चे पर रहती है, हमें इस संसार में भगवान शिव के भरोसे रहना चाहिए, ईश्वर आपके कार्य पूर्ण करेगा। मां शबरी
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उन्होंने कहा कि हमें कथा का श्रवण कर उसका अनुसरण करना चाहिए। सुविधा हर समय दुविधा देती है, हम जितने वीआईपी बनते हैं, उतने ही भगवान से दूर होते जाते हैं। इस संसार में तो भगवान को प्राप्त करने के लिए भक्ति रूपी भाव की आवश्यकता है। यहां पर धाम पर आने वाले श्रद्धालु स्वयं सेवा कार्य में जुट जाते हैं। हर रोज हजारों श्रद्धालुओं के भोजन प्रसादी के कार्य में सहयोग करते हैं।
उक्त विचार कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में चल रही सात दिवसीय शिव महापुराण के पांचवें दिन अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भगवान की भक्ति कर हम मोक्ष रूपी अमृत प्राप्त कर सकते हैं।
महिला ने पत्र लिखकर बताई कथा श्रवण की महिमा
कथा वाचक पंडित मिश्रा ने अनेक पत्रों को यहां पर श्रद्धालुओं को सुनाए, एक महिला ने पत्र लिखकर कथा श्रवण की महिमा का उल्लेख किया। पंडित मिश्रा ने महिला के पत्र पढ़कर बताया कि विमलेश पंडा उत्तरप्रदेश के मैनपुरी से आई हैं। उन्होंने पत्र में बताया कि मेरे पति की आंखों की रोशनी चली गई थी, अनेक डॉक्टरों और अस्पताल में जांच और इलाज कराया, पहली बार कथा का श्रवण उन्होंने किया था, इसके बाद बताए उपाय पर अमल किए तो आंखों की रोशनी आ गई। बस आपको ईश्वर पर भरोसा करने के साथ इलाज भी जारी रखना चाहिए।
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