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फतेहाबाद में जजपा सम्मेलन में पहुंचे अजय चौटाला।
हरियाणा के फतेहाबाद में जननायक जनता पार्टी (JJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला और पूर्व उपमुख्यंत्री दुष्यंत चौटाला बुधवार शाम को कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा
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अजय चौटाला ने कार्यकर्ताओं को 1966 से लेकर 2019 तक के दौर की कहानी विस्तार से याद दिलाई। उन्होंने कहा कि हरियाणा के गठन के बाद से ही उनके दादा चौ.देवीलाल लगातार प्रदेश व प्रदेश की जनता के लिए संघर्षरत रहे। बहुत बार उन्हें धोखे मिले, बहुत बार वे जीते, हारे, लेकिन उन्होंने संघर्ष का रास्ता नहीं छोड़ा, इस दौरान जनता दल बने, इमरजेंसी लगी, बंसीलाल की पार्टी बनी। अब भजनलाल की पार्टी बनी, लेकिन सब भूतकाल की बातें हो गई।
उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव से पहले जजपा बनी और प्रदेश में सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करी। अब लोकसभा चुनाव से पहले जब सत्ता से जजपा बाहर हुई तो बहुत से लोग पार्टी छोड़ भाग गए।
जजपा की मीटिंग में मौजूद कार्यकर्ता।
उन्होंने कहा कि इनेलो के समय संपत सिंह को हम अपनी सीट छोड़कर बैठाते थे, लेकिन जब वे इनेलो छोड़ कांग्रेस में गए तो उन्हें पूछने वाला नहीं बचा। वहीं अब जजपा को निशान सिंह छोड़ गए। जब वे आते तो हम कहते थे कि आओ सरदार निशान सिंह बैठें, लेकिन अब सैलजा भी उनकी राम-राम नहीं सुनती।
विधानसभा चुनाव और निकल जाने तो उन्हें बैठने तक को कुर्सी नहीं मिलेगी। उन्होंने जेजेपी विधायक व पूर्व मंत्री बबली पर भी निशाना साधा और कहा कि ये बबली, लवली भी कुछ दिनों बाद नहीं मिलेंगे।
इस अवसर पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि एक समय था जब चौ.देवीलाल का एक कार्यकर्ता कांग्रेस के 100 वर्करों पर भारी पड़ जाता था, लेकिन अब कांग्रेस का एक वर्कर हमारे 100 पर भारी पड़ जाता है। उन्हें जवाब दीजिए। लोग सवाल उठाते हैं कि 75 पार वालों को यमुना पार का नारा देने वाले उनके साथ सत्ता में कैसे बैठ गए तो उन्हें जवाब दीजिए कि यदि सत्ता में न जाते तो पेंशन 3 हजार नहीं होती।
दुष्यंत ने कहा कि जितने भी वादे जजपा ने जनता से किए, वो पूरे किए, यदि सत्ता में नहीं जाते तो वो वादे पूरे नहीं होते। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता दोबारा मेहनत करें और अगले 100 दिन जमकर मेहनत करेंगे तो फिर 10 तो क्या 20 या 30 सीटें आते भी देर नहीं लगेगी।
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