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मोहर्रम शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया गया।हजारीबाग जिले के ऐतिहासिक छड़वा डैम मैदान में इस मौके पर चार प्रखंड क्रमशः कटकमसांडी कटकम दाग, इचाक तथा हज़ारीबाग़ सदर के 27 गांव के लोग गगनचुंबी निशान आकर्षक ताजिया एवं पारंपरिक हथियारों से लैस होकर
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डीसी एसपी एसडीओ एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी मेले में रहे उपस्थित:
हजारीबाग जिले के ऐतिहासिक छडवा डैम मैदान में आयोजित मोहर्रम मेले में शांति व्यवस्था के मद्देनजर नजर हजारीबाग डीसी नैंसी सहाय,एसपी अरविंद कुमार सिंह,एसडीओ विद्याभूषण,डीएसपी नीरज कुमार एलआरडीसी कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी छड़वा डैम मोहर्रम मेले मैदान में पहुंचे।मेला परिसर में अधिकारियों के पहुंचने पर मोहर्रम कमेटी के लोगों ने अगुवाई की और सभी अधिकारियों का माल्यार्पण एवं बुके दी साथ पगड़ी पोसी कर स्वागत किया।
स्थानीय जनप्रतिनिधि भी हुए शामिल:छड़वा डैम मैदान में।आयोजित मुहर्रम मेले में पूर्व सांसद भुनेश्वर मेहता,कांग्रेस के मुन्ना सिंह,भाजपा के वरिष्ठ नेता अशोक राणा, प्रकाश कुशवाहा,गदोखर मुखिया नारायण साव,लुपुंग मुखिया दिलीप पासवान,पूर्व जिप सदस्य विजय सिंह भोगता, आदि शामिल हुए।मुहर्रम कमिटि के लोगों ने पगड़ी पोशी कर सम्मानित किया।
मेले में भीड़
सुरक्षा व्यवस्था का था पुख्ता इंतजाम: छड़वा डैम मोहर्रम मेले में शांति व्यवस्था को लेकर सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया था।मेले के चारों ओर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी वहीं मेले की हर गतिविधियों पर ड्रोन कैमरे की मदद से मेले के हर कोने कोने पर पुलिस प्रशासन नजर रख रही थी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला बल,जैप तथा होमगार्ड के जवान तथा महिला सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई थी।पेेलावल इंस्पेक्टर विनोद कुमार, पेलावल ओपी थाना प्रभारी शाहिना परवीन कटकमसांडी थाना प्रभारी देवदत कुमार सिंह अपने अपने क्षेत्र में सभी जवानो के साथ मुस्तैद थे।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अंतू साव का ताजिया रहा कौमी एकता का मिशाल: मेले में प्रखंड के कंचनपुर पंचायत अंतर्गत ग्राम जलमा निवासी अंतू साव एवं अजय साव का ताजिया कौमी एकता का मिसाल रहा।अंतू साव ने बताया कि विगत चार पीढ़ी से हम और हमारा परिवार मोहर्रम मनाते आ रहे हैं।इस क्रम में हम सभी लोग ताजिया का निर्माण इस्लामी विधि से करते हैं यद्यपि जलमा गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है बावजूद हम लोग दूसरे गांव से मुजावर बुलाकर मोहर्रम की सारी रीति रिवाज संपन्न करते हैं और आशूरा के दिन ताजिया को कंधे में उठाकर विभिन्न गांव मोहल्ले से घूमते हुए छड़वा डैम मैदान में मिलान के लिए आते हैं।पूरे जिले में यह कौमि एकता का मिसाल है।
ताजिया निशान सबसे आकर्षण का केंद्र रहा:
छड़वा मैदान में मिलान के लिए आए विभिन्न गांव के ताजिया एवं निशान में खुटरा गांव के निशान तथा गांव के ताजिया आकर्षण का केंद्र रहा ।इस गांव की ताजिया काफी खूबसूरत बनी हुई थी वही खुटरागांव का निशान सबसे बड़ा था।इसका निर्माण 151मीटर कपड़े से किया गया था।
मेले में था मनोरंजन की व्यवस्था:
छड़वा डैम मेले में आए लोगों के लिए मनोरंजन की व्यवस्था थी झूला डांस,ब्रेक डांस, जिकजैक झूला,राउंड झूला,घोड़ा झूला सहित अनेक मनोरंजन के साधन थे जिसका बच्चों व महिलाओं ने काफी लुफ्त उठाया वही मेले में चाऊमीन ,चाट,आउसक्रिम गुपचुप के दुकानों पर भारी भीड़ देखी गयी।
मुहर्रम कमिटि के सदस्यों का रहा अहम योगदान: छड़वा डैम मुहर्रम कमिटी के सदर मोख्तार अंसारी, मो. कमालुद्दीन, साजिद अली खान, नौशाद खान, अधिवक्ता अकरम खान, सर्वधर्म मानवता मंच के केंद्रीय अध्यक्ष निसार खान, शाहजहां, इंतेफात हुसैन सहित दर्जनों प्रबुद्धजनों ने मेले में आये जुलूस को व्यवस्थित करने मे अहम भूमिका निभाई।
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