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कांके रिजॉर्ट सहित 20 जमीनों के फर्जीवाड़े की जांच में जुटी ईडी
21 जून को जमीन माफिया कमलेश कुमार के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी। इस छापेमारी के बाद ईडी को जमीन हेराफेरी के कई सबूत मिले। जिसक बाद से ईडी रेस है। ईडी को जानकारी मिली है कि कांके में 700 एकड़ से भी अधिक जमीन के दस्तावेजों में गड़बड़ी की गई है।
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जमीन के दस्तावेजों में कांके अंचल कार्यालय के साथ-साथ नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) और कोलकाता स्थित रजिस्ट्रार ऑफ इंश्योरेंस कार्यालय में भी फर्जीवाड़ा किया गया है। ईडी अब इन सबकी जांच शुरू कर दी है।
जमीन करोबारी कमलेश के घर से बरामद रुपए और गोलियां
20 जमीनों के फर्जीवाड़े की शुरू की जांच
कांके इलाके के चामा मौजा स्थित कांके रिजॉर्ट सहित 20 जमीनों के फर्जीवाड़े की जांच ईडी ने शुरू की है। जांच एजेंसी को गड़बड़ी मिलती है तो सभी को तत्काल प्रभाव से जब्त कर लिया जाएगा। बता दें कि ईडी जमीन घोटाले में अबतक 266 करोड़ रुपए मूल्य के जमीन जब्त कर चुका है।
जमीन माफिया कमलेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी के बाद वहां से जब्त दस्तावेजों के आधार पर कांके अंचल कार्यालय में 10 जुलाई को छापेमारी की थी। इस दौरान कई लोगों से ईडी ने पूछताछ भी की। कांके अंचल से कई दस्तावेज भी जब्त कर अपने साथ लेकर गई।
कांके सीओ जय कुमार राम ने की है हेराफेरी
ईडी को अब तक की जांच में यह भी पता चला कि कांके के सीओ जय कुमार राम ने कांके अंचल के 20 जमीन के रेकर्ड में छेड़छाड़ की थी। जिन दिन (21 जून) जमीन माफिया कमलेश कुमार के ठिकानों ईडी की छापेमारी हुई, उसी दिन सीओ जय कुमार राम ने एनआईसी में हेराफेरी की 17 एंट्री को डिलीट कर दिया।
9 जुलाई को दोबारा वे एनआईसी गए और तीन एंट्री को डिलीट किया। ईडी ने अब तक उनसे सामान्य पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि अगर सीओ के खिलाफ कुछ और जानकारी मिलती है तो उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
बुधवार को ईडी ने कांके अंचल कार्यालय में छापेमारी की थी।
कांके अंचल कार्यालय में भी ईडी कर चुकी है रेड
जमीन की हेराफेरी मामले में ईडी कांके अंचल में भी छापेमारी कर चुकी है। पांच दिन पहले बुधवार को सुबह लगभग 11 बजे कांके अंचल कार्यालय में छापा मारा। ईडी की टीम ने सीओ और सीआई के मोबाइल फोन जब्त कर लिया।
अंचल कार्यालय से एक डायरी और कई दस्तावेज भी मिले हैं। सूत्रों के अनुसार मोबाइल और डायरी में मोबाइल में पैसों के लेन-देन से जुड़ी कई अहम जानकारियां भी मिली हैं।
इससे पहले ईडी के कई अधिकारी करीब एक दर्जन वाहनों से कांके अंचल के चामा मौजा में पहुंची। सीएनटी और सरकारी जमीनों की जांच की। कांके अंचल कार्यालय में ईडी कई घंटों दस्तावेजों का मिलान कराया।
ईडी की टीम ने कांके में विवादित जमीनों के संबंध में स्थानीय लोगों के बयान भी दर्ज किए। इस दौरान ग्रामीणों से भी पूछताछ की।
इधर, फरार कमलेश दूसरे से भिजवा रहा विज्ञप्ति
ईडी ने 21 जून को जमीन माफिया कमलेश के यहां छापेमारी की थी। उसी दिन से कमलेश फरार है। वह मीडिया में अपने करीबियों के माध्यम से विज्ञप्ति भिजवा रहा है। विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि उसके फ्लैट से 100 गोलियां मिली हैं।
गोलियां उसकी नहीं, बल्कि दूसरे व्यक्ति की हैं। कांके रिजॉर्ट से भी उसका कोई लेना देना नहीं है। उसके नाम पर कहीं भी एक डिसमिल जमीन भी नहीं है। वह बहुत मामूली आदमी है।
ईडी की छापेमारी के दौरान कई रैयत अंचल कार्यालय पहुंचे और अधकारियों को जानकारी दी।
ईडी और पुलिस तलाश रहे कमलेश को
जमीन घोटाले में ईडी कमलेश को पांच समन कर चुका है। लेकिन वह पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हो रहा है। 19 जुलाई को उसे फिर बुलाया गया है। वहीं, अवैध कारतूस रखने के मामले में पुलिस उसे ढूंढ रही है। आर्म्स एक्ट में उसकी गिरफ्तारी तय है।
सीओ-सीआई पर एफआईआर की कर सकता है अनुशंसा
ईडी कांके अंचल के सीओ जय कुमार राम और सीआई चितरंजन टुडू से लगातार पूछताछ कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि सीओ और सीआई की परेशानी बढ़ने वाली है। ईडी एनआईसी जाकर रेकर्ड में छेड़छाड़ करने के मामले में सरकार को दोनों अफसरों पर प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा कर सकता है।
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