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एसोसिएशन के जिला पदाधिकारी एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ मनीष कुमार ने बताया कि एसोसिएशन की पुरानी मांग है। हरियाणा में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने व स्वास्थ्य विभाग में जो कमियां हैं उन्हें दूर किया जाएगा। एक डॉक्टर रोजाना लगभग 200 से 250 मरीजों को देखता
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इसलिए डॉक्टरों की कमी के कारण चिकित्सक मरीजों को पूरा समय नहीं दे पाते हैं, जिस वजह से डॉक्टर और मरीज दोनों परेशान हैं। एसोसिएशन की सरकार से मांग है कि एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए और पीजी बॉन्ड की कीमत 50 लाख से एक करोड़ रुपये तक की जाए। भिवानी। चिकित्सकों की दो घंटे की हड़ताल के दौरान सिविल अस्पताल की ओपीडी में उमड़ी मरीजों की भीड़। भास्कर न्यूज | भिवानी हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार को सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर रहे। इसके कारण विशेषकर सिविल अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सकीय सेवाएं कुछ समय के लिए प्रभावित रही। इसके कारण मरीजों व उनके अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों की भर्ती करने व स्पेशलिस्ट चिकित्सकों का अलग कैडर बनाए जाने समेत चार मांगों को लेकर सोमवार को सरकारी चिकित्सकों ने सुबह 9 से 11 बजे तक दो घंटे हड़ताल रखी। इस दौरान चिकित्सक अपने अपने कक्ष में नहीं बैठे। हालांकि मरीजों को ज्यादा परेशानी न हो इसके लिए चिकित्सक 11 बजे की बजाए 40 मिनट पहले ही ड्यूटी पर लौट आए थे। सिविल अस्पताल की ओपीडी में हर रोज लगभग 1500 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं।
सुबह ओपीडी खुलते ही मरीज पर्ची कटवाकर चिकित्सकों के रूम के बाहर अपनी बारी के इंतजार में खड़े रहे। जब एक घंटे तक चिकित्सक नहीं आए तो मरीजों को पता चला कि चिकित्सक दो घंटे की हड़ताल पर चले गए हैं। इसके कारण गर्मी व उमस के कारण मरीजों व अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
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