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मलेरिया विभाग और निगम में तालमेल का अभाव
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बारिश का मौसम आते ही डेंगू के मरीज मिलने शुरू हो गए हैं, लेकिन मलेरिया विभाग और नगर निगम के तालमेल के अभाव है। इस कारण मलेरिया विभाग जहां कीटनाशक दवाओं का छिड़काव नहीं कर रहा है। वहीं निगम का अमला डेंगू पीड़ित मरीजों के यहां भी फॉगिंग भी नहीं कर रहा है। बारिश के कारण शहरभर में कई जगह पानी भरा हुआ है।
इनमें डेंगू के लार्वा पनप रहे हैं। इसी माह मुरार में जिस बच्चे को डेंगू निकला था। बच्चे के पिता मुकेश पलैया ने बताया कि उनके बेटे और बेटी दोनों को डेंगू हो गया था। उनके यहां मलेरिया विभाग की टीम दवा तो छिड़क आई, लेकिन उनके कहने के बाद भी टीम ने मोहल्ले में दवा का छिड़काव नहीं किया। जबकि बार-बार कहने के बाद भी निगम की टीम फॉगिंग करने नहीं पहुंची। डेंगू को लेकर दोनों विभाग इतने लापरवाह हैं कि विवेक विहार में जिस बच्ची को डेंगू निकला उस बच्ची के घर के पास रखी टंकी में डेंगू लार्वा पनप रहे हैं। यहां ना तो निगम ने फॉगिंग कराई ना ही मलेरिया विभाग ने कीटनाकश का छिड़काव किया।
डीडी नगर: निगम ऑफिस के पास भरे पानी में मच्छर-लार्वा
डीडी नगर में हर साल अधिक डेंगू के मरीज मिलते हैं। इसके बाद भी प्रशासन गंभीर नहीं है। यहं निगम का ऑफिस मंगल भवन के सामने संचालित है। इस अस्पताल के पास पानी भरा है। यहां लाखों मच्छर पनप रहे हैं। इसी तरह डीडी नगर में 12 जगह गड्ढों में पानी भरा है, जिनमें लार्वा पनपते देखे जा सकते हैं। इसके बाद भी यहां गंबूसिया मछलियां तक नहीं छोड़ी गई हैं। पिंटो पार्क से डीडी नगर मार्ग पर बने मंदिर के चारों ओर पानी भरा हुआ है। इसमें लार्वा पनप रहे हैं। स्थानीय निवासी डॉ.धर्मेंद्र सक्सेना का कहना है कि यहां बारिश का पानी ज्यादा भरता है, जिस कारण हर साल डेंगू पीडित ज्यादा निकलते हैं।
कीटनाशक छिड़काव की गड़बड़ी की जांच कराएंगे
Q.शहर में डेंगू मरीज मिलने लगे हैं लेकिन आपकी टीम काम नहीं कर रही है क्यों?
-हमारी टीम नियमित क्षेत्र में जा रही है। रोज रिपोर्ट भी ली जा रही है।
Q.जिन घरों में डेंगू निकला हैं उनकी शिकायत है कि उनके यहां दवा नहीं डाली गई।
-मरीज के घर के साथ मोहल्ले में भी दवा डालने का प्रावधान है। कहीं ऐसा हुआ है तो जांच कराएंगे।
Q.शहर में 6 स्प्रे वर्कर से आखिर कैसे रोकेंगे डेंगू को?
-इन स्प्रे वर्करों के साथ आउट सोर्स से 18 लोगों को रखा जाना है। इसमें से 10 लोग आ गए हैं। इनको प्रशिक्षित करके स्प्रे वर्कर एवं लार्वा स्प्रे का काम कराया जाएगा।
Q.गंबूसिया मछली क्यों नहीं डाली जा रही है?
-मलेरिया इंस्पेक्टर से जानकारी लेकर उनके बताए क्षेत्रों में गंबूसिया मछली डालनी हैं । कुछ जगह पर इन्हें डाला गया है। शेष जगह रिपोर्ट आने के बाद डाला जाएगा।
विवेक विहार: टंकियों में पनप रहे हैं लार्वा
- विवेक विहार में पानी की टंकी में पनपता लार्वा, इनसेट: मच्छर।विवेक विहार में जानवरों के पीने के लिए दरवाजों पर रखी टंकियों में डेंगू के लार्वा पनपते हुए मिले।
- बसंत विहार में सड़क बनाने का काम चल रहा है। यहां कई जगह गड्ढों में पानी भर रहा है। जिनमें डेंगू के लार्वा पनप जाएंगे। बीते साल इस क्षेत्र में डेंगू के ज्यादा मिलने से इसे डेंजर जोन बनाया था।
- मुरार छावनी के काशीपुरा, त्यागी नगर में खाली प्लॉटों में डेंगू का लार्वा पनप रहा है। यही स्थित साहू पुरा, निबुआ पुरा, सिंघपुर की है।
- रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य के लिए वहां खोदे गए गड्ढों में बारिश का पानी भरा है। इसके चलते मच्छर होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- 02 डेंगू पीड़ित बच्चों की बीते साल हुई थी मौत
- 1236 मरीज बीते साल डेंगू के मिले थे
- 04 मरीज मलेरिया के इस साल मिल चुके हैं
- 1.5 लाख लोगों ने मलेरिया की कराई जांच
- 127 मरीज इस वर्ष अब तक मिल चुके हैं।
सिर्फ 6 कर्मियों पर पूरे शहर में दवा छिड़काव का जिम्मा
मलेरिया विभाग के पास सिर्फ 6 स्प्रे वर्कर हैं, जिनके दम पर विभाग डेंगू से निपटने का दावा करता है। इनमें से मुरार, लश्कर और ग्वालियर में दो-दो स्प्रे वर्कर पर जिम्मेदारी है। इसके अलावा 23 मलेरिया वर्कर, 3 मलेरिया इंस्पेक्टर और जूनियर मलेरिया वर्कर हैं। इस तरह 32 लोगों के भरोसे विभाग डेंगू के साथ मलेरिया बीमारी से रोकमुक्त करने का जिम्मदा है।
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