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शब्द : 171
नोट… पूर्व में जारी जगन्नाथ मंदिर की खबर के साथ इस्तेमाल करें।
पुरी, एजेंसी।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी ने बताया कि दोपहर 1.20 बजे रत्न भंडार खोलने के बाद शाम 5.20 बजे सभी सदस्य मंदिर से बाहर आ गए। हमने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत सभी कार्य संपन्न किए। पहले रत्न भंडार का बाहरी चेंबर खोला गया और सभी आभूषण एवं कीमती चीजें अस्थायी मंदिर में बने स्ट्रॉंग रूम में रख दी गईं। इसके बाद स्ट्रॉंग रूम को सील कर दिया गया।
इसके बाद रत्न भंडार के अंदरूनी चेंबर को खोला गया। यहां तीन ताले थे, लेकिन स्थानीय प्रशासन के पास उपलब्ध किसी चाबी से इन्हें नहीं खोला जा सका। एसओपी के तहत मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तालों को तोड़ा गया। वहां अलमारियों में कई कीमती चीजें रखी थीं। समित ने कीमती आभूषणों को अभी यहां से न निकालने का निर्णय किया है क्योंकि यह एक दिन में संभव नहीं था। बहुदा यात्रा और सुना विषा की रस्मों के बाद इन्हें निकाला जाएगा।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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