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Nepal Bus Accident: नेपाल में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद बड़ा हादसा हुआ है. उफनाई नदी की चपेट में आने से सवारी से भरी दो बसें बह गई हैं, हादसे में 50 से अधिक यात्री लापता हो गए हैं. काठमांडू न्यूज के मुताबिक, दोनों बसों में ड्राइवर समेत 63 यात्री सवार थे. दोनों बसें चितवन जिले के सिमलताल इलाके में नारायणघाट-मुगलिंग मार्ग पर उफनाई त्रिशूली नदी में भूस्खलन की वजह से बह गईं. चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्र देव यादव ने हादसे की पुष्टि की है.
हादसे में 7 भारतीय नागरिकों और एक बस चालक की मौत हुई है, जबकि 2 लोगों ने बस से कूद कर जान बचाई है. मुख्य जिला अधिकारी ने बताया कि रेस्क्यू टीम ने भूस्खलन के मलबे को हटाना शुरू कर दिया है. देश के प्रधानमंत्री पुष्प दहल कमल ‘प्रचंड’ ने त्रिशूली नदी में हुए हादसे पर दुख जताते हुए युद्ध स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य के निर्देश दिए हैं. प्रधानमंत्री ने नदी में बहे लोगों की तलाश करने के निर्देश दिए हैं. बताया जा रहा है कि यह दुर्घटना गुरुवार की सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर हुई. हादसे वाले इलाके में काफी तेज बारिश हो रही है. आलम यह है कि नेपाल से छोड़े गए पानी का असर भारत के कुछ जिलों में भी पड़ा है.
बारिश से 90 लोगों की हुई मौत
भारी बारिश की वजह से काठमांडू से भरतपुर की सभी उड़ाने रद्द कर दी गई हैं. नेपाल में इस बार भारी मानसूनी बारिश की वजह से कम से कम 62 लोगों की मौत हो चुकी है. अगर इस हादसे में मौत की पुष्टि होती है तो मरने वालों का आंकड़ा दोगुना हो सकता है. इसके साथ ही बारिश में हुए हादसों से कम से कम 90 लोग घायल हैं और बस हादसे के अलावा अन्य 7 लोग भी लापता हैं.
नेपाल में बारिश का भारत में असर
भारी बारिश की वजह से नेपाल में प्रॉपर्टी को भी काफी नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि भारी बारिश की वजह से नेपाल में 121 घर गिर गए हैं. अभी तक एक हजार से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. नेपाल में हुई बारिश का असर अब उत्तर प्रदेश के पीलीभीत समेत कई जिलों में देखा जा रहा है. उत्तर प्रदेश के कई जिले भी नेपाल में हुई बारिश के चपेट में आ गए हैं.
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