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पत्रकार वार्ता करते मृतक के परिजन
– फोटो : स्वयं
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गत 9 जून को चोला स्टेशन के पास मिले मेरठ निवासी मोनू भटनागर के शव मिलने के मामले में परिजनों ने हत्या का आरोप रिश्तेदारों पर लगाया है। उनका कहना है कि जीआरपी उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है।
10 जुलाई को गांधी पार्क स्थित एक होटल में परिजनों ने प्रेस वार्ता की। पिता राम किशोर भटनागर निवासी कायस्थ गांवड़ी ने बताया कि उनके इकलौते अविवाहित पुत्र मोनू भटनागर (उम्र 22 वर्ष) का सिर विहीन और कई टुकड़ों में कटा हुआ शव नौ जून को चोला स्टेशन के पास मिला था। परिजनों ने मौके पर जाकर शव की पहचान की।
मृतक के चाचा रमेश भटनागर ने बताया कि मृतक की खुर्जा निवासी मौसी चार जून 2024 को बिना परिवार वालों को बताए उसे अपने साथ लेकर आई थी। मोनू वापस घर जाना चाहता था, लेकिन उसे नहीं आने दिया। उन्होंने संपत्ति हड़पने की नीयत से मोनू की हत्या करने का आरोप उसकी मौसी, उसके बेटे और मामा पर लगाया है। इस दौरान अरुण शर्मा, मगन शर्मा, सुधीर नेहरा, मुकुल भटनागर, प्रखर, हेमंत माथुर आदि मौजूद रहे।
जीआरपी इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार का कहना है कि युवक की ट्रेन से गिरकर मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है। फिर भी परिजनों के आरोपों की जांच की जा रही है।
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