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प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) ने रांची जिले के कांके अंचल के चामा गांव में छापेमारी की है। गांव के कई ग्रामीणों से पूछताछ भी किया गया है। इस इलाके में जमीन की खरीब बिक्री अवैध तरीके से करने का आरोप है जमीन कारोबारी कमलेश इस इलाके में सक्रिय था। ईडी की टी
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कमलेश के ठिकानों पर पहले भी ईडी की रेड हुई थी जिसमें भारी मात्रा में नकद, गोली और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गये थे। जमीन का कारोबार करने से पहले कमलेश रांची के एक स्थानीय अखबार में फोटोग्राफर और रिपोर्टिंग का काम करता था।
19 दिन पहले ही भी हुई थी रेड
19 दिन पहले रांची में जमीन कारोबारी कमलेश कुमार के घर सहित कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) की रेड हुई है। इस रेड में एक करोड़ कैश और 100 कारतूस बरामद हुए हैं। ईडी ने कमलेश के कांके रोड के एस्टर ग्रीन अपार्टमैंट के साथ- साथ उसके दूसरे ठिकानों पर छापा मारा है। जांच एजेंसी के हाथ इस रेड में कई अहम सुराग भी लगे हैं। जांच एजेंसी अपने साथ कई अहम दस्तावेज भी जब्त कर ले गई है। ईडी ने हेमंत सोरेन से जुड़े जमीन घोटाले मामले में यह छापेमारी की है। कमलेश को ईडी ने पूछताछ के लिए समन भी भेजा था।
अवैध जमीन पर कब्जे की कोशिश
कमलेश कुमार पर जुमार नदी की प्रतिबंधित श्रेणी की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य करने का भी आरोप लगा है। कमलेश पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। उस पर आरोप है कि करोड़ों की कीमत वाली जमीन को हासिल करने के लिए जाली दस्तावेजों का निर्माण कराया। पिछले 10 सालों के दौरान कमलेश ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है।ईडी ने जमीन घोटाला मामले में कमलेश के खिलाफ अहम सबूत इकट्ठा किए हैं। सूत्र बताते हैं कि कमलेश के ऊपर कई बड़े अफसर का हाथ है, जिसमें कई पुलिस अधिकारी भी हैं।
पहले भी लग चुके हैं कई आरोप
यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी कमलेश जांच एजेंसियों की रडार में आ चुका है। अक्टूबर 2021 में भी पुलिस ने उस पर कार्रवाई की थी। चामा नगड़ी में एक आदिवासी जमीन पर जबरन जेसीबी लेकर पहुंचा था। जमीन के मालिक ने पुलिस को बुला लिया था जिसके बाद उस पर कार्रवाई हुई थी।कमलेश पर कांके स्थित लॉ कॉलेज से सटे रिंग रोड के किनारे करीब 25 एकड़ गैर मजरुआ जमीन पर रिवर व्यू प्रोजेक्ट बनाने का भी आरोप है। फर्जी दस्तावेज के सहारे लॉ कॉलेज और जुमार नदी की 20.59 एकड़ जमीन हड़पने का आरोप है।
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