चोपन में बृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया एक माह के अंदर ही देश भर में करोड़ों पौधे लगाए गए हैं और यह अभियान 140 करोड़ पेड़ लगाने के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहा है। हर भारतवासी अपूर्व उत्साह के साथ इस अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए आतुर है। पर्यावरण की सुरक्षा और समृद्धि के लिए समर्पित इस अभियान को मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल की अनूठी उपलब्धि मानता हूं
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह ने सम्बोधन में कहा कि वन हमारी सांस्कृतिक विरासत है। प्राचीन काल से हमारे देश में वनोत्सवों का आयोजन होता रहा है।
कहा कि वृक्षारोपण को आदिकाल से शुभ माना जाता है। पीपल, बरगद, आवला, तुलसी आदि वृक्षों की पूजा का विधान होने से मानव और वृक्षों का संबंध प्राचीन काल से चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि आज के सभ्य जीवन में मानव के लिए वन अत्यंत लाभदायक है। अनेक उद्योग तो वन संपदा पर अधारित है। वनों को हरा सोना भी कहा जाता है। कहा कि वन भूमि कटाव को रोकने में सहायक होते हैं। वर्षा होने में वनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यहीं नहीं आध्यात्मिक और भौतिक दोनों दृष्टियों से वनों का मानव जीवन में अत्यधिक महत्व है। साथ में वहां मौजूद लोगों से यह भी कहा कि हर एक एक व्यक्ति घर जाकर एक एक पौधा रोपण जरूर करें ताकि देश का संतुलन बना रहे।
इस वृक्षारोपण में उपस्थित आईटी बिकास सिंह छोटकू, सुदाम गोंड, कैलाश, मुकेश पटेल, जावेद, राम दुलारे खरवार, जैसे अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे!