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मॉस्को. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को द्विपक्षीय वार्ता के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि पुरी दुनिया की नजर उनके इस दौरे पर है और सभी इसके अपने-अपने मतलब निकाल रहे हैं. उन्होंने क्रेमलिन में पुतिन से कहा, ”…शायद ये ऐसी मुलाकात है कि पूरी दुनिया का ध्यान मेरे इस दौरे पर है. पूरी दुनिया इस दौरे के अलग-अलग मायने निकाल रही है…कल, आपने मुझे अपने निवास पर आमंत्रित किया और एक सच्चे मित्र की तरह हमने 4-5 घंटे एक साथ बिताए. हमने कई विषयों पर चर्चा की. मुझे खुशी है कि हमने यूक्रेन के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की और हमने एक-दूसरे की राय को सुनने और सम्मानपूर्वक समझने की कोशिश की.”
क्रेमलिन में पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता में पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, “पिछले 40-50 साल से भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है. आतंकवाद कितना भयानक होता है वह हम पिछले 40 वर्षों से सामना कर रहे हैं. इसलिए, जब मास्को में आतंकवादी घटनाएं हुईं, जब दागिस्तान में आतंकवादी घटनाएं हुईं, उसका दर्द कितना गहरा होगा इसकी मैं कल्पना कर सकता हूं. मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता हूं.”
इस बात पर जोर देते हुए कि युक्रेन में शांति बहाली के लिए भारत हर संभव तरीके से सहयोग करने के लिए तैयार है, पीएम मोदी ने कहा, “मैं आपको और विश्व समुदाय को आश्वस्त करता हूं कि भारत शांति के पक्ष में है. 8 जुलाई को आपकी बात सुनकर मुझे आशा मिली है. नई पीढ़ियों के उज्जवल भविष्य के लिए शांति आवश्यक है. बम, बंदूक और गोलियों के बीच शांति वार्ता सफल नहीं होती.”
पीएम मोदी ने पुतिन से बातचीत में भारत और रूस के संबंधों पर भी रोशनी डाला और कहा, “पिछले 2.5 दशकों से मेरा रूस के साथ-साथ आपके के साथ भी संबंध रहा है. करीब 10 साल में हम 17 बार मिल चुके हैं. पिछले 25 वर्षों में हमारी लगभग 22 द्विपक्षीय बैठकें हुई हैं. यह हमारे संबंधों की गहराई को दर्शाता है.”
Tags: Narendra modi, Russia, Vladimir Putin
FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 17:53 IST
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