[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
विदेश में छिपे गोगी गिरोह के सदस्य मोंटी मान ने गुर्गों के माध्यम से अलीपुर के एक कारोबारी से रंगदारी वसूली है। इसके बाद स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर को फोन करके चुनौती दी कि उसे पकड़कर दिखाए। हालांकि, पुलिस ने कारोबारी से रुपये ले जाने वाले दो आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार, कैलिफोर्निया में छिपा मोंटी मान अलीपुर-नरेला और इसके आसपास के कारोबारियों को लगातार रंगदारी के लिए धमकी दे रहा था। इस बीच जिला पुलिस को सूचना मिली कि मोंटी ने रमेश जैन (परिवर्तित नाम) से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी।
दिल्ली पुलिस को दी चुनौती
स्पेशल स्टाफ इंचार्ज इंस्पेक्टर पवन यादव ने पीड़ित से मुलाकात की और रुपये नहीं देने के लिए कहा। अभी इंस्पेक्टर और कारोबारी से बात हो रही थी कि तभी मोंटी ने दोबारा फोन कर रंगदारी मांगी। कारोबारी ने कहा कि इंस्पेक्टर रुपये देने से मना कर रहे हैं तो मोंटी ने फोन इंस्पेक्टर को देने के लिए कहा। उसने इंस्पेक्टर को चुनौती दी कि कि वह रुपये लेकर रहेगा। इस बाबत पुलिस ने अलीपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
चुनौती पूरी करने की जानकारी दी
इस बीच चार जुलाई को मोंटी के कहने पर कालू नाम के शख्स ने रमेश जैन से उसके दफ्तर में जाकर चार लाख रुपये ले लिए। मोंटी ने फिर इंस्पेक्टर को फोन कर रुपये वसूलने और चुनौती पूरी करने की जानकारी दी।
मजदूरों के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल
आउटर नार्थ पुलिस ने जेल में बंद योगेश टुंडा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि मोंटी नाम बदलकर कैलिफोर्निया के जनरल स्टोर पर हेल्पर का काम करता है। साथ ही गिरोह के सदस्य मोंटी को अलीपुर, बवाना एवं नरेला में कार्यरत मजदूरों के फोन नंबर पर आए व्हाट्सऐप ओटीपी को बताते हैं। इन्हीं मजदूरों के मोबाइल नंबर पर सक्रिय व्हाट्सऐप का इस्तेमाल धमकी देने के लिए करता है। इसके अलावा दूसरे देशों के पहले से सक्रिय सिम कार्ड इंटरनेट भी उपलब्ध कराए जाते हैं, जिसका इस्तेमाल वह धमकी देने के लिए करता है।
[ad_2]
Source link