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तेज बारिश के चलते करीब 7 साल पहले बनी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई।
करौली जिला मुख्यालय पर हुई तेज बारिश के चलते करीब 7 साल पहले बनी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। सुरक्षा दीवार ट्रीटमेंट प्लांट में वाटर पौंड के चारों ओर बनी हुई है। बारिश के पानी की निकासी के उचित प्रबंध नहीं होने के कारण
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सीवरेज प्लांट के चारों ओर सुरक्षा दीवार रेतीले टीलों को समतल करके बनाई गई थी। सुरक्षा दीवार केवल मिट्टी को समतल कर बिना किसी नींव खुदाई के रखी हुई थी। संवेदक के द्वारा बिना नींव भरे सुरक्षा दीवार बना दी गई। जिसके चलते 55 मीटर से अधिक सुरक्षा दीवार 6 बरसात में ढह गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इसके चारों ओर बनी हुई सुरक्षा दीवार इसी प्रकार से बनी हुई है। कहीं भी नींव की खुदाई नहीं की गई है। केवल ऊपर मिट्टी पर पत्थर की चिनाई कर दीवार बना दी गई। आसपास रहने वाले लोगों को अब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के चारों ओर बनी सुरक्षा दीवार से डर लगने लगा है। जब से क्षेत्र के लोगों को पता चला की बरसात में 55 मीटर से अधिक सुरक्षा दीवार गिर गई है। ऐसे में बची हुई सुरक्षा दीवार के कभी भी गिरने की आशंका जताई है। दीवार गिराने से आवारा पशुओं और आसपास से गुजरने वाले राहगीर और खेलने वाले बच्चों के चोटिल होने का डर सताने लगा है। क्षेत्रवासियों ने संवेदक के द्वारा बनाई गई सुरक्षा दीवार में लापरवाही और भ्रष्टाचार की भी संभावना जताई है।
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