[ad_1]
PM Modi Russia Visit : पीएम मोदी राष्ट्रपति पुतिन से मिलने रूस क्या चले गए. दुनियाभर के देश अपने बयान जारी करने लगे. पहले अमेरिका ने दोनों नेताओं की मुलाकात पर चिंता जताई तो अब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूस का नाम लेकर अमेरिका तक से गुहार लगा डाली. हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन के साथ मीटिंग में जिनपिंग ने कहा कि रूस और यूक्रेन को सीधी बातचीत करनी चाहिए. दोनों महाशक्तियों को इसके लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए. ऐसा नहीं कि चीन पहली बार यूक्रेन को लेकर ऐसा बयान दे रहा है, लेकिन जब मोदी रूस में हैं तो ऐसे समय इस बयान का आना काफी अहम माना जा रहा है. वहीं, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति की स्थिति बनाने में चीन एक प्रमुख शक्ति है. ओर्बन ने बीजिंग में उतरते वक्त जो तस्वीर शेयर की, उसका कैप्शन लिखा- शांति मिशन 3.0. उन्होंने चीन को एक शक्ति बताया और उसकी पहल की तारीफ की.
प्रमुख शक्तियां पॉजिटिव एनर्जी
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए दुनिया की प्रमुख शक्तियों से अपील की. जिनपिंग ने कहा कि संघर्षविराम तभी हो सकता है, जब दुनिया की प्रमुख शक्तियां पॉजिटिव एनर्जी के साथ काम करेंगी. बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच 2 साल से युद्ध चल रहा है. एक दिन पहले ही रूस ने यूक्रेन पर 40 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं.
इधर, अमेरिका ने जता दी चिंता
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि वह पीएम मोदी की रूस यात्रा को लेकर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने रूस के साथ भारत के संबंधों को लेकर भी चिंता जताई. मिलर ने कहा, भारत यूक्रेन में संघर्ष का कोई समाधान निकाले. समाधान ऐसा होना चाहिए, जो यूक्रेन की संप्रभुता का सम्मान करता हो. मिलर ने कहा कि वह पीएम मोदी की रूस यात्रा के बारे में भारत के साथ विशेष बातचीत से अनजान थे. अब मोदी की सार्वजनिक टिप्पणियों पर नजर रखी जा रही है.
[ad_2]
Source link