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नर्मदापुरम् रोड की प्राइम लोकेशन पर बिना अनुमति बन रही बहुमंजिला होटल के लिए हो रही खुदाई के दौरान लगातार हादसे हो रहे हैं लेकिन नगर निगम ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। सोमवार काे भी खुदाई के कारण आशिमा मॉल की बाउंड्रीवॉल का 200 फीट लंबा हिस्सा ढह
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इन सबके बावजूद न तो नगर निगम और न पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है। नगर निगम अफसरों का कहना है कि उन्होंने एफआईआर के लिए पुलिस को पत्र लिखा दिया है, जबकि पुलिस का कहना है कि हमारे में पास एफआईआर कराने कोई नहीं आया।
अगर यह हादसा दोपहर में होता तो जा सकती थी जान
10 फीट चौड़ी सड़क भी अंदर धंस गई
बाउंड्री से सटकर 30 फीट से भी ज्यादा गहराई तक खुदाई की गई है। ऐसे में बारिश का पानी बैठने से कई दिनों से धीरे-धीरे मिट्टी खिसक रही थी। रात में हुई बारिश का पानी बैठने से मिट्टी धंसी सुबह के वक्त 18 फीट से ज्यादा ऊंची बाउंड्रीवाॅल का 200 फीट लंबा हिस्सा गिरा। बाउंड्री से सटकर बनी सड़क का करीब 10 फीट चौड़ा हिस्सा भी इसमें समा गया।
परमिशन के लिए आवेदन नहीं
10 जून को बिल्डिंग परमिशन शाखा के अमले ने मौके पर पहुंचकर न सिर्फ काम रुकवाया बल्कि सामान जब्त किया था। ऐसे में निर्माण के लिए अनुमति लेने के लिए कहा गया था। लेकिन, निर्माणकर्ताओं के हौंसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने महीनेभर में बिल्डिंग परमिशन के लिए आवेदन तक नहीं किया। जबकि, इस दौरान निर्माण कार्य भी दोबारा शुरू कर दिया।
लोगों का रास्ता बंद
कंस्ट्रक्शन कंपनी की निर्माण सामग्री के कारण आशिमा माल से दानिश नगर चौराहे की ओर से होते हुए बागसेबनिया जाने वाली सर्विस रोड पूरी तरह ब्लाॅक रहती है। इसके कारण सागर रॉयल होम्स, कृष्णा कॉम्प्लेक्स, सुरेंद्र विहार जैसी करीब 25 काॅलोनियाें के लोगों को घूमकर जाना पड़ता है।
निगम बोला- हमने पत्र लिख दिया, पुलिस बोली-FIR कराने कोई नहीं आया
“अवैध निर्माण होता तो हम तोड़ देते, लेकिन उसने गड्ढा खोदा है। FIRके लिए मिसरोद पुलिस को लिखा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
-अनूप गोयल, चीफ सिटी प्लानर, नगर निगम
“निगम से सूचना पत्र मिला था। FIR कराने कोई नहीं आया। अवैध निर्माण के लिए निगम को कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें जरूरत होगी तो अमला दे देंगे।”
-मनीषराज भदौरिया, टीआई, मिसरोद
“हमने पहले ही संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए लिखा है। अब डीसीपी से बात करके प्रकरण दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी।”
-हरेंद्र नारायण, कमिश्नर, ननि
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