[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
Hemant Soren Floor Test: झारखंड के लिए आज (8 जुलाई) बड़ा दिन है। कुछ ही देर में हेमंत सोरेन सरकार का विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा। सोमवार को कैबिनेट विस्तार भी होगा। कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। तमाम सियासी उलटफेर के बीच हेमंत सरकार ने विश्वासमत की चुनौती को पार करने के लिए रविवार को अपने आवास पर विधायकों के साथ बैठक कर अपनी रणनीति को अंतिम रूप दिया। बैठक में एकजुटता दिखाते हुए विपक्ष के आरोपों का प्रतिकार करने का निर्णय लिया गया। झामुमो, कांग्रेस, राजद, भाकपा माले का हेमंत को समर्थन प्राप्त है। दूसरी ओर विरोधी खेमा एनडीए के पास पर्याप्त आंकड़ा नहीं है। ऐसे में बहुमत परीक्षण में किसी बाधा की उम्मीद नहीं है। ‘लाइव हिन्दुस्तान’ यहां आपको फ्लोर टेस्ट और कैबिनेट विस्तार से जुड़े सभी अपडेट सबसे पहले देगा…
39 विधायकों का चाहिए समर्थन
झारखंड विधानसभा के सदस्यों की कुल संख्या मनोनीत सहित 82 है। चार विधायक सांसद बन चुके हैं। इसमें झामुमो की जोबा मांझी और नलिन सोरेन, भाजपा के मनीष जायसवाल और ढुलू महतो शामिल हैं। जामा से झामुमो विधायक सीता सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है। वह भाजपा में हैं। ऐसे में अभी विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 77 है। सरकार गठन के लिए 51 फीसदी यानी 39 विधायकों का समर्थन सरकार को चाहिए।
विश्वासमत के बाद आज ही कैबिनेट का भी विस्तार
विश्वासमत हासिल करने के बाद सोमवार को ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। इसमें ज्यादा फेरबदल की संभावना नहीं है। झामुमो कोटे से बैद्यनाथ राम को शामिल किए जाने की चर्चा है। जबकि कांग्रेस के डॉ. इरफान अंसारी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। आलमगीर आलम के इस्तीफे से रिक्त हुई सीट पर उन्हें समायोजित किया जाएगा। कांग्रेस कोटे के अन्य मंत्री फिर से जगह पा सकते हैं। कांग्रेस में बदलाव की स्थिति में तीन नए चेहरों को जगह मिल सकती है।
हेमंत सरकार अंतर्कलह से घिरी और डरी हुई है: बाउरी
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि हेमंत सरकार अंतर्कलह और विवाद से घिरी और डरी हुई है। मुख्यमंत्री में हिम्मत नहीं है कि वे पूरे मंत्रिमंडल के साथ विश्वासमत हासिल करें। अमर कुमार बाउरी रविवार को पार्टी विधायकों के साथ हुई बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे। यह बैठक भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में नेता प्रतिपक्ष के अलावा प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, विधायक सीपी सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा, भानु प्रताप शाही, बिरंची नारायण, अनंत ओझा, रामचंद्र चंद्रवंशी, नीरा यादव, रणधीर सिंह, नवीन जायसवाल, राज सिन्हा, कोचे मुंडा, केदार हाजरा, अपर्णा सेन गुप्ता, आलोक चौरसिया, नारायण दास, किशुन दास, शशि भूषण मेहता, अमित मंडल और पुष्पा देवी उपस्थित थे।
[ad_2]
Source link