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झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र आठ जुलाई से एक दिन पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता का चयन कर लिया जाएगा। रविवार को या फिर सोमवार की सुबह तक कांग्रेस विधायक दल के नेता का चयन कर उसकी सूचना झारखंड विधानसभा को भी दी जा सकेगी। बन्ना गुप्ता रेस में सबसे आगे चल रहे हैं।
वहीं, अगर अंतिम समय पर आलाकमान की ओर से विधायक दल के नेता का चयन नहीं किया जा सका तो पार्टी के किसी सीनियर विधायक को भी एक दिन के लिए यह जिम्मेदारी दी सकती है। कांग्रेस में प्रदीप यादव उपनेता हैं, लेकिन झारखंड विधानसभा में उनकी मान्यता अभी भी झारखंड विकास मोर्चा के नेता के रूप में है। ऐसे में उन्हें यह जिम्मेवारी नहीं मिल सकेगी। बता दें कि टेंडर मैनेज मामले में जेल में बंद आमलगीर आलम के इस्तीफे के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता और पार्टी के कोटे से एक मंत्री की सीट खाली हुई है।
कांग्रेस कोटे से दो मंत्रियों के बदलने के आसार
हेमंत कैबिनेट में सोमवार को कांग्रेस कोटे के चार मंत्री शामिल होंगे। इनके नामों पर औपचारिक सहमति रविवार की शाम तक हो जाएगी। चंपाई सोरेन सरकार में डॉ रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल कांग्रेस कोटे से मंत्री थे। ऐसे में कांग्रेस दो मंत्रियों को बदल सकती है। आलमगीर आलम की जगह डॉ इरफान अंसारी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। वहीं, ओबीसी वर्ग से आने वाले बन्ना गुप्ता की भी मंत्री पद की सीट सुरक्षित नजर आ रही है। लोकसभा चुनाव में दो मंत्रियों डॉ रामेश्वर उरांव व बादल की रिपोर्ट से पार्टी आलाकमान खुश नहीं है, जिससे उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जा सकता है। ऐसे में उनकी जगह विधायक दीपिका पांडेय सिंह और रामंचद्र सिंह चेरो या भूषण बारा को मौका मिल सकता है।
मंत्री पद का होना चाहिए रोटेशन: मीर
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में गठबंधन विधायक दल की बैठक में मंत्रियों के नाम तय किये जाएंगे। चंपाई सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में भी झामुमो की ओर से कहा गया था कि वे कोई बदलाव नहीं करेंगे, लेकिन दो नए मंत्री बनाए गये थे। इससे कांग्रेस कोई बदलाव नहीं कर सकी थी। मुख्यमंत्री बदले हैं। उनका फॉर्मेट क्या होगा यह बैठक में देखना है। मंत्री पद का रोटेशन होना चाहिए। उन्होंने बताया कि झारखंड में विधानसभा चुनाव है। हमें देखना होगा कि किसी विभाग की अगर कोई योजना चल रही है और संबंधित मंत्री को बदलने से कोई प्रभाव तो नहीं पड़ेगा। इसी आधार पर अंतिम रूप से मंत्री पद के लिए विधायकों का चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर विधायक दल के नेता का चयन नहीं हो पाता है तो सदन में पार्टी के सीनियर विधायक को यह जिम्मेदारी दी जाएगी।
आलमगीर ने फ्लोर टेस्ट में शामिल होने की मांगी अनुमति
टेंडर कमीशन के प्राप्त राशि की मनी लाउंड्रिंग करने के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम विस के विशेष सत्र में भाग ले सकेंगे या नहीं, इस पर सोमवार को फैसला होगा। विधानसभा सत्र में भाग लेने को लेकर शनिवार को अनुमति याचिका दाखिल की गई है। इस पर पीएमएलए कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी। विशेष सत्र आठ जुलाई को आहूत है। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बहुमत साबित करेंगे। शनिवार को कोर्ट नहीं बैठने के कारण उनकी याचिका पर सुनवाई टल गई। याचिका में कहा गया है कि फ्लोर टेस्ट में शामिल होने की इजाजत दी जाए। इसके लिए कई आदेश का हवाला भी दिया गया है। विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित करने के लिए हेमंत सोरेन, विधायक ढुलू महतो एवं नलिन सोरेन समेत कई को अब तक जेल में रहते हुए इजाजत मिली है। चंपाई सरकार को बहुमत साबित करने के लिए हेमंत सोरेन को अनुमित मिली थी। आलमगीर 15 मई से जेल में हैं।
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