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एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से तलाशी और बचाव अभियान जारी
मलबे से एक व्यक्ति का शव और एक महिला को जिंदा निकाला, कई लोग फंसने की आशंका
सूरत, एजेंसी। गुजरात के सूरत में शनिवार अपराह्न तीन बजे बड़ा हादसा हो गया। यहां छह मंजिला इमारत भरभराकर गिर गई। घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 16 लोग घायल हो गए। अभी अन्य चार-पांच लोगों के दबे होने की आशंका है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। सूरत के जिला कलेक्टर सौरभ पारधी ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि यह मामला सूरत के पाली गांव का है। यहां जीआईडीसी (गुजरात इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) इलाके में मौजूद छह मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। यह क्षेत्र औद्योगिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है और यहां बड़ी संख्या में फैक्ट्रियां और व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। इमारत गिरने का कारण भारी बारिश बताया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हादसे में घायल 15 लोगों को सरकारी अस्पताल में उपचार दिलाया गया। देरशाम मलबे से एक व्यक्ति का शव और एक महिला को जिंदा बाहर निकाला गया। बचाई गई महिला को भी आवश्यक उपचार दिलाया गया। अभी भी चार से पांच लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से तलाशी और बचाव अभियान जारी है।
सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि इमारत का निर्माण 2016-17 में हुआ था। करीब पांच फ्लैटों में लोग रहते थे, जिनमें से ज्यादातर इस इलाके की फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोग थे। जब बचाव कार्य शुरू हुआ, तो हमने फंसे हुए लोगों की चीखें सुनीं।
इंसेट ::
राहत शिविर स्थापित :
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने प्रभावित लोगों की सहायता के लिए राहत शिविर स्थापित किए हैं। घायलों और उनके परिवारों को भोजन, पानी और दवा समेत जरूरी सहायता प्रदान की जा रही है। हादसे की जांच के लिए समिति का गठन किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों पर अनेदखी का आरोप :
लोगों ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को कई बार इसकी सूचना दी थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। इमारत की कमजोर संरचना के कारण यह हादसा हुआ। इमारत के गिरने से आसपास के इलाके में भी नुकसान हुआ है, जिसमें कई वाहन और संपत्तियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। हादसे के वक्त कई परिवार इमारत में मौजूद थे और काफी लोग काम पर गए हुए थे। इमारत के गिरने के बाद आसपास रहने वाले लोग तुरंत दौड़ कर आए और घायलों की मदद की। इमारत जर्जर हो चुकी थी लेकिन फिर भी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर वहां रह रहे थे।
सूरत में पहले भी हुए ऐसे हादसे :
सूरत में इमारत ढहने के हादसे पहले भी हुए हैं। यहां नानपुरा क्षेत्र में 5 जुलाई 2019 को तीन मंजिला इमारत में ढह गई। इस हादसे में कई लोग घायल हुए थे। वही, मुथा पार्क क्षेत्र में 8 सितंबर 2020 को चार मंजिला पुरानी इमारत गिर गई। इस हादसे में फंसे लोगों को अभियान में बचाया गया। एक दिसंबर 2021 को चौक बाजार इलाके में पुरानी इमारत का हिस्सा ढहने संपत्ति का नुकसान हुआ। इसके अलावा 18 जून 2022 को उधना क्षेत्र में निर्माणाधीन इमारत का हिस्सा ढहने से दो मजदूरों की मृत्यु और कई अन्य घायल हो हुए। उधर, 13 मार्च 2023 को वराछा क्षेत्र में पांच मंजिला इमारत गिरने से कई लोगों की मृत्यु और कई घायल हुए।
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