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भास्कर: सीएम पद से अचानक हटना पड़ा, अब आपकी क्या भूमिका होगी?
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रांची| झामुमो के दिग्गज नेता चंपाई सोरेन करीब पांच महीने तक मुख्यमंत्री पद पर रहे। गठबंधन नेता और विधायकों की बैठक में लिए गए फैसले के बाद 3 जुलाई को उन्हें पद से त्यागपत्र देना पड़ा। अगले दिन हेमंत सोरेन राज्य के 13वें सीएम बने। तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम से चंपाई सोरेन तनाव में जरूर हैं, लेकिन अंदर चल रही भावना को उजागर नहीं होने देते। वे स्वभाव से शांत हैं।
फिलहाल मीडिया से कम बात कर रहे हैं। पद से हटने के बाद उन्होंने दैनिक भास्कर के विशेष संवाददाता जीतेंद्र कुमार से बातचीत की। उन्होंने अपने पांच महीने के कार्यकाल आैर उपलब्धियों पर चर्चा की। उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री पद से अचानक हटना पड़ा। क्या कहना चाहेंगे? चंपाई सोरेन का जवाब था- मुख्यमंत्री पद पर रहना और इससे हटना, यह व्यक्तिगत विषय नहीं है। यह पार्टी और संगठन का निर्णय होता है। कोई भी सरकार बनती है तो उसका पार्टी और संगठन से गहरा नाता होता है। झारखंड में हमारा गठबंधन भी है। पार्टी, संगठन और गठबंधन का जो निर्णय होता है, उसे मान कर ही आगे बढ़ना पड़ता है। मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी। बखूबी निभाऊंगा और फिलहाल संगठन को मजबूत करूंगा।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से बातचीत के मुख्य अंश
बतौर मुख्यमंत्री के रूप में आपने पांच महीने काम किया। क्या उपलब्धि रही?
चंपाई : अपने काम से मैं खुश हूं। अपनी योजनाएं जनता के बीच पहुंचाने की कोशिश की। खुशी इस बात की है, मेरा काम जनता के बीच पहुंच चुका है। इसे सभी लोगों ने देखा है। पांच महीने तक लोगों के बीच था। मेरा काम आपलोगों ने भी देखा है। मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया। जन समस्याओं को दूर करने की हरसंभव कोशिश की। लोकसभा चुनाव के कारण राज्य में तीन महीने तक आचार संहिता लगा रहा। उसके बाद भी मुझे जितना समय मिला, उसका भरपूर सदुपयोग किया।
अब आगे का क्या प्लान हैं?
चंपाई : अब मैं संगठन का काम देखूंगा। संगठन को मजबूत करने की कोशिश करूंगा।
कौन सा काम पूरा नहीं कर पाए?
चंपाई : राज्य के विकास और जनता के हित के लिए मैंने एक कैलेंडर बनवाया था। हर रोज काम करने के लिए एक शेड्यूल बनाया गया था, ताकि काम समय पर पूरा किया जा सके। आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और विधि व्यवस्था से जुड़े कार्यों के लिए मैंने कैलेंडर बनाया था। कैलेंडर के अनुसार काम हो रहा है या नहीं, मॉनिटरिंग भी की जा रही थी। मेरा काम सामने है। इससे ज्यादा कुछ भी कहना नहीं चाहता।
किस काम ने सबसे ज्यादा संतुष्टि दी?
चंपाई : फिर यही कहूंगा कि मैंने जो भी काम किया है, उससे पूरी तरह संतुष्ट हूं। मैं बहुत खुश हूं। मेरे अबतक के काम की समीक्षा जनता कर रही है। आैर आगे भी करेगी।
मुख्यमंत्री हेमंत को क्या सुझाव देंगे?
चंपाई: नई सरकार को भी मेरी शुभकामना है।
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