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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : amar ujala
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अलीगढ़ डिफेंस कॉरिडोर की 90 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर 39 कंपनियां 3300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने जा रही हैं, जिससे करीब नौ हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। प्रदेश सरकार इस डिफेंस कॉरिडोर नोड को विकसित करने के लिए 122 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी।
यूपी एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) के अनुसार अबतक 39 कंपनियों ने इकाइयां लगाने के लिए एमओयू साइन किए हैं। इसमें से 23 कंपनियों को 62 हेक्टेयर से अधिक भूमि आवंटित कर दी गई है। कई इकाइयों ने काम शुरू कर दिया है, जिससे अबतक 5500 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। अबतक अलीगढ़ नोड में 1800 करोड़ से अधिक का निवेश भी हो चुका है।
अंडला, खैर में स्थापित हो रहे इस डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर नोड में ड्रोन, यूएवी, रक्षा उत्पादों में प्रयोग होने वाले घटक, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर से जुड़े उपकरण और छोटे हथियारों का निर्माण हो सकेगा। अभी तक 37 करोड़ रुपये से अधिक के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। 61 करोड़ रुपये से अधिक के कार्य निर्माणाधीन हैं। करीब 14 करोड़ रुपये के कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है, जबकि भविष्य में 10 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करने की योजना है।
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अलीगढ़ नोड में निवेश करने वाली बड़ी कंपनियों में सैटेलाइट स्पेस पोर्ट का निर्माण करने वाली एमिटेक इलेक्ट्राॅनिक्स लिमिटेड भी शामिल है। एमिटेक की ओर से 330 करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है। इसने दो हेक्टेयर क्षेत्र में कार्य शुरू कर दिया है। इसके अलावा वेरिविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 65 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है।
डेढ़ हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में स्थापित होने वाली ये कंपनी छोटे हथियारों का निर्माण करेगी। इसी प्रकार नित्या क्रियेशन्स इंडिया की ओर से 12 करोड़ रुपये की लागत से रक्षा उत्पाद से जुड़े घटकों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा एंकर, मिलकोर और न्यू स्पेस जैसी कंपनियां भी अलीगढ़ नोड में रक्षा से जुड़े उत्पादों का उत्पादन करेंगी।
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