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निलंबित
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में हिरासत से छोड़ने के एवज में रिश्वत मांगने वाले विजय नगर चौकी पर तैनात सिपाही विकास को डीसीपी सिटी ने निलंबित कर दिया है। वीडियो बनाने वाले को धमकाने के आरोप में चौकी इंचार्ज योगेश नागर को नोटिस भेजा है। दरोगा की जांच अब एसीपी हरीपर्वत को सौंपी गई है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर सोमवार को सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की गई थी। बजरंग वाहिनी प्रदेश अध्यक्ष अवतार सिंह गिल ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस कमिश्नर जे रविन्दर गौड ने जांच के आदेश दिए। हरीपर्वत क्षेत्र की विजय नगर चौकी इंचार्ज योगेश नागर ने जीवनी मंडी से आरोपी जुबैर को हिरासत में लिया था। जुबैर का भाई जावेद उसे छुड़ाने के लिए सोमवार रात चौकी पहुंचा। चौकी पर तैनात सिपाही विकास ने छोड़ने के एवज में रिश्वत की पेशकश की। इस सौदेबाजी का मंगलवार को वीडियो वायरल हुआ।
अमर उजाला ने खबर छपने के बाद कमिश्नरेट पुलिस हरकत में आई। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार से जांच कराई। डीसीपी सिटी ने बताया कि प्रथम दृष्टया एसीपी की जांच में सिपाही दोषी मिला है। सिपाही का तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जा रहा है। दरोगा की जांच एसीपी से मांगी है। संलिप्तता मिलने पर दरोगा के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
धमकाने पर नहीं होती कार्रवाई
फरियादियों को धमकाने पर पुलिस कर्मियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं होती। शाहगंज क्षेत्र के सुचेता गांव में एक युवक ने महिला के घर में घुसकर गाली-गलौज की। पीड़िता ने पथौली पुलिस चौकी पर तहरीर दी। आरोप है कि चौकी से उसे धमका कर भगा दिया गया। प्रभारी निरीक्षक शाहगंज अमित कुमार मान ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है।
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