अजित। सिंह
ओबरा नगर पंचायत में भ्रष्टाचार को लेकर किये जा रहे सभासदों का प्रदर्शन जारी है। सोमवार को किये गए प्रदर्शन पर कोई बात न बनता देख मंगलवार को नगर पंचायत कार्यालय के सामने सभासदों ने नगर अध्यक्षा और उनके प्रतिनिधि के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला फूंका। विरोध प्रदर्शन कर रहे सभासदों ने जिलाधिकारी से मांग करते हुए कहा कि हम सभी सभासदों के मांग पर विचार करते हुए नगर पंचायत के वित्तीय अधिकार पर रोक लगाई जाए। कहा कि आउटसोर्सिंग पर रखे गए 212 कर्मचारियों की सूची सार्वजनिक किया जाए। नगर पंचायत कार्यालय के गोपनीय कार्य में आउटसोर्सिंग कर्मियों का दखल बंद कराया जाए। बीते 13 जून 2023 से 31 मार्च 2024 तक जैम, राज्य वित्त, 15वां वित्त के द्वारा कराए गए कार्य तथा आपूर्ति का विवरण एवं भुगतान की जांच कराई जाए। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से की जा रही अवैध धन उगाही की जांच कराई जाए। नाली तथा नाले सफाई का कोई अतिरिक्त कार्य टेंडर में कराया जाए, जिसका प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में पास किया जाए और उसी का टेंडर निकाला जाए और पूर्व में हुई निविदा की जांच कराई जाए।
जिन फर्मो को कार्य दिया गया है उनके कागजातों एवं फर्म की जांच की जाए। जिससे उनके कार्य अनुभव,टर्न ओवर, हैसियत प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र, जीएसटी का रिटर्न की जांच हो।
वही लोकसभा चुनाव के दौरान नगर पंचायत द्वारा वोटिंग प्वाइंट पर आने जाने हेतु जो ई रिक्शा लगाया गया था उससे संबंधित चुनाव आयोग की कोई गाइडलाइन हो तो उसे आदेश को उपलब्ध कराया जाए। सभासदों ने जिलाधिकारी से मांग किया कि उपरोक्त 10 बिंदुओं की जांच करा कर सार्थक कार्यवाही की जाए। अन्यथा की स्थिति में सभासद उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।