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लोकसभा चुनाव में देश की निगाह बाड़मेर हॉट सीट पर रही। सभी को चौंकाते हुए कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल ने यहां बड़े मार्जिन से जीत दर्ज की। उन्होंने 26 साल के तगड़े प्रतिद्वंदी निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी को 1 लाख से ज्यादा मतों से हराया।
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उम्मेदाराम बोले- इस बार एकजुट होकर लड़े
जीत के बाद उम्मेदाराम बेनीवाल बोले- कांग्रेस सबसे पुरानी पार्टी है। पहले तालमेल में कमियां रही होंगी। इस बार सभी ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा। आगे भी संगठित होकर कांग्रेस के लिए काम करेंगे। जनता के लिए सुशासन लाएंगे।
जीत के बाद विक्ट्री साइन दिखाते कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम। साथ में पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी।
लोकसभा चुनाव में विधायक हरीश चौधरी ने जी-जान लगाकर मेहनत की। इस पर उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा- चुनाव की बात चुनाव तक ही रहनी चाहिए। हर प्रत्याशी चुनाव जीतने का प्रयास करता है। हरीश चौधरी की जगह मैं होता तो वही करता, जो उन्होंने किया। जनता का फैसला सबने स्वीकार किया।
रविंद्र सिंह भाटी से कड़े मुकाबले को लेकर उम्मेदाराम ने कहा- बस, आपसी भाईचारा बना रहे। चुनाव में जो भी 19-20 बातें हुई हैं, उसको खत्म करके आगे भाईचारा कायम रहे। जीतने की कोशिश सभी करते हैं। मेरी सबसे अपील है कि आपस में पहले जैसे मधुर संबंध बनाकर रखें। रविंद्र सिंह मेरे छोटे भाई हैं। हमारा प्रयास रहेगा कि जनता में अच्छा मैसेज जाए।
परिणाम जारी होने के बाद समर्थकों के साथ कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम।
उम्मेदाराम ने जयपुर (विधानसभा) जाने का प्रयास किया। अब दिल्ली (संसद) जा रहे हैं। इस सवाल पर वे बोले- जयपुर में हमारा जोग संजोग नहीं था। चुनाव कैंपेन में भी मैं कहता था कि दिल्ली मेरी कर्मभूमि है। 1995 में बाड़मेर से दिल्ली पुलिस की भर्ती आई थी। 10 साल तक बतौर कॉन्स्टेबल दिल्ली में नौकरी की। दिल्ली में व्यापार किया। दिल्ली से संबंध हमेशा रहा। दिल्ली घर जैसा है, इसलिए बाड़मेर-जैसलमेर के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया। दिल्ली भेज रहे हैं।
रविंद्र सिंह भाटी बोले- जनता का आशीर्वाद रहा, कमी मेरी ही रही
हार के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने कहा- मेरी पूरी टीम ने खूब मेहनत की। बाड़मेर, जैसलमेर और बालोतरा की जनता के बलबूते यहां तक पहुंचा। 26 साल की उम्र में लोकसभा का चुनाव लड़ने का मौका बहुत कम लोगों को मिलता है।
निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी की इस चुनाव में हार हुई। वे दूसरे नंबर पर रहे।
संसदीय क्षेत्र में तीन जिलों की 8 विधानसभाओं में 22 लाख वोटर्स हैं। मुझे बहुत आशीर्वाद और प्रेम मिला। सभी लोगों से प्रेम मिला। मैं अपने वादों पर खरा उतरूंगा और काम करूंगा। कई बार किस्मत का खेल होता है। मेरे भाई उम्मेदाराम बेनीवाल की किस्मत अच्छी थी।
वे चुनाव जीते हैं। मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। आशा करता हूं कि इस संसदीय क्षेत्र में रहकर वे जनता का काम करेंगे। भाटी ने कहा- जनादेश का आदर करते मैं परिणाम को स्वीकार करता हूं।
बायतु विधायक बोले- अपणायत की जीत, जातिवाद की हार
बायतु विधायक हरीश चौधरी ने भास्कर से बात करते हुए कहा- यह थार की अपणायत की जीत है। जातिवाद की हार है। बड़े-बड़े कैंपेन जिनपर करोड़ों रुपए खर्च किए गए, उनकी हार है। थार के नौजवानों की जीत है।
बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि यह जातिवाद की हार और अपणायत की जीत है।
हेमाराम बोले- जनता बीजेपी से ऊब चुकी है
पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा- यह जीत जनता की है। एग्जिट पोल के पास कुछ नहीं है। जनता ने फैसला कर दिया। अब जनता की जीत हुई है। हेमाराम चौधरी ने कहा- बीजेपी से जनता ऊब चुकी है।
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