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दिल्ली समेत देशभर में चुनाव संपन्न होने के बाद एग्जिट पोल्स सामने आ चुके हैं। नतीजों से पहले सभी एग्जिट पोल्स में अनुमान लगाया गया है कि लगातार तीसरी बार देश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। वहीं, राजधानी दिल्ली में भी लगभग सभी सीटों पर कमल खिलने की भविष्यवाणी अधिकतर एग्जिट पोल्स में की गई है। कुछ एग्जिट पोल्स में अनुमान लगाया गया है कि इंडिया-गठबंधन भी अपना खाता खोल सकता है।
किस सीट पर भाजपा को ज्यादा खतरा
दिल्ली को लेकर कुछ एग्जिट पोल्स में अनुमान लगाया गया है कि भाजपा इस बार 7-0 से चूक सकती है। संभव है कि 2014 और 2019 में क्लीन स्वीप करने वाली पार्टी इस बार गठबंधन की वजह से विपक्ष का सूपड़ा ना साफ कर सके। आज तक-एक्सिस माय इंडिया के सर्वे के मुताबिक भाजपा 6-7 सीटें जीत सकती है तो आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के इंडिया गठबंधन को 0-1 सीट मिल सकती है।
सर्वे एजेंसी ने यह भी बताया है कि यदि भाजपा को किसी सीट पर हार मिलेगी तो वह है चांदनी चौक। यहां भाजपा के प्रवीण खंडेलवाल और कांग्रेस के जेपी अग्रवाल के बीच मुकाबला है। एग्जिट पोल में बताया गया है कि इस सीट पर दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है और भाजपा हार भी सकती है। इंडिया टीवी-सीएनएक्स के सर्वे में भी अनुमान लगाया गया है कि चांदनी चौक सीट पर कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर दे रही है।
कन्हैया कुमार को मिलेगी निराशा?
कांग्रेस पार्टी के दिल्ली में सबसे चर्चित उम्मीदवार कन्हैया कुमार के लिए एग्जिट पोल में खुशखबरी नहीं दिख रही है। एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक नॉर्थ ईस्ट सीट पर मनोज तिवारी लगातार तीसरी बार कमल खिला सकते हैं और कन्हैया कुमार को लगातार दूसरे लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता है। इससे पहले वह अपने गृहनगर बेगूसराय से भी लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं।
तो क्या दोस्ती का फायदा कांग्रेस उठाएगी
आम आदमी पार्टी को दिल्ली में कांग्रेस से दोस्ती का कोई खास फायदा मिलता नहीं दिख रहा है। एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक यदि इंडिया गठबंधन को दिल्ली में एक सीट मिलती भी है तो वह कांग्रेस के खाते में जाएगी और आम आदमी पार्टी को एक बार फिर खाली हाथ रहना पड़ सकता है।
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