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टोंक के बीजवाड़ गांव में शादी समारोह में खाना खाने के बाद 99 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। फूड पॉइजनिंग से बीमार लोगों का केकड़ी अस्पताल में इलाज करवाया गया।
टोंक जिले नासिरदा थाना इलाके के बीजवाड़ गांव में शादी समारोह में खाना खाने के बाद फूड प्वाइजिंग से गुरुवार देर शाम को 99 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। इससे अफरा-तफरी मच गई। एक-एक करके बड़ी संख्या में लोग उल्टियां करने लगे। कोई बेसुद होकर गिर पड़ा। इसके बाद स
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दरअसल बीजवाड़ निवासी संदीप पुत्र सत्यनारायण धाकड़ की शुक्रवार को शादी है। ऐसे में गुरुवार को मंडप का कार्यक्रम था। उसमे करीब 1 हजार लोगों का खाना बनाया। इस दौरान सैंकड़ों लोग खाना खाने आए। शाम को करीब 7 बजे डेढ़ सौ लोगों को फूड पॉइजनिंग हो गया। वे उल्टियां करने लगे। कोई बेसुध होकर गया। किसी को पेट दर्द होने लगा। दस्त लग गई। इससे अफरा-तफरी मच गई।
अस्पताल में इलाज के लिए बच्ची को ले जाते परिजन
94 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेजा
इसके बाद सभी बीमार लोगों को परिजन एक एक करके इलाज के लिए निजी वाहनों से केकड़ी अस्पताल ले गए। जहां बीजवाड़ निवासी सत्यनरायण (49) पुत्र गोपाल धाकड़, हनुमान प्रसाद जाट (25) पुत्र नंदा राम जाट, सीमा देवी जाट (38) पत्नी महेंद्र कुमार जाट, केकड़ी जिले के सरवाड़ थाना क्षेत्र के अजगश निवासी लीला पति बालूराम धाकड़, नासिरदा निवासी शंकर लाल (35) पुत्र सुखलाल की तबीयत ज्यादा खराब होने पर भर्ती किया है। अन्य 94 का प्राथमिक उपचार किया गया। इनमें से सत्यनारायण पुत्र गोपाल धाकड़ और शंकर पुत्र सुखलाल की हालत ज्यादा खराब होने पर उन्हे अजमेर रेफर किया गया।
उधर इनके इलाज को लेकर केकड़ी अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर नवीन कुमार जांगिड़ ने पूरी सतर्कता बरती और बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने की सूचना पहले से मिलने से अस्पताल में सभी आवश्यक व्यवस्था की गई। ज़्यादा डॉक्टरों को कॉल करके बुलाया गया।
सड़ांध मार रहा था मावा
इधर फूड पॉइजनिंग की सूचना पर नासिरदा थाना प्रभारी कालूराम मीना तुरंत मौके पर पहुंचे और समारोह स्थल पर भोजन शाला में रखे खाद्य सामग्री का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पाया कि भोजन बनाने के लिए उपयोग में लिए गए मावे में खटाई की सड़ांध आ रही थी। इससे लगा कि मावा पूरी तरह खराब था। उसकी वजह से फूड पॉइजनिंग हो गई।
खराब मावा से हुई लोगों को फूड पॉइजनिंग
केकड़ी अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर नवीन कुमार जांगिड़ ने बताया कि फूड पॉइजनिंग से 99 लोग अस्पताल में आए थे। इनमें से 5 को भर्ती किया गया हैं, 2 की तबियत ज्यादा बिगड़ने पर प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर रेफर कर दिया था। अन्य 94 जनों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया।
इनपुट: महेंद्र धाकड़, नासिरदा।
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