गुड्डू मिश्रा
चोपन। प्रीतनगर में चल रही संगीतमयी श्री राम कथा के दूसरे दिन श्री वृन्दावन से पधारे कथावाचक दिलिपकृष्ण भारद्वाज ने शिव चरित्र का सुन्दर वर्णन किया। महाराज जी ने मां पार्वती के जन्म, कामदेव के भस्म होने और भगवान शिव द्वारा विवाह के लिए सहमत होने की कथा सुनाई। कथा के दौरान पहुंचे समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव कुमार गौड़ ने महाराज जी को मुकुट धारण करा आशीर्वाद प्राप्त किया इस दौरान उन्होंने कहा कि श्रद्धा और विश्वास के साथ यदि ईश्वर को पुकारा जाए तो वह अवश्य कृपा करते हैं। भगवान श्रीराम की कथा जिनके घर में होती है वहां से संकट दूर हो जाते हैं। तत्पश्चात श्री दिलीप कृष्ण भारद्वाज जी के सानिध्य में आयोजित श्री राम कथा में महाराज जी ने श्रोताओं को कथा सुनाते हुए कहा कि राजा दक्ष प्रजापति ने भगवान शंकर का अपमान करने के लिए महायज्ञ का आयोजन किया था। जिसमें उसने भगवान शिव को छोड़कर समस्त देवताओं को आमंत्रण भेजा था। भगवान शंकर के मना करने के बाद भी सती अपने पिता के यहां जाने की इच्छा जताई तो भगवान शंकर ने बिना बुलाए जाने पर कष्ट का भागी बनने की बात कही। इसके बाद भी सती नहीं मानी और पिता के घर चली गईं। पिता द्वारा भगवान शंकर के अपमान पर सती ने हवन कुंड में कूदकर खुद को अग्नि में समर्पित कर दिया। इसके बाद भगवान शंकर के दूतों ने यज्ञ स्थल को तहस-नहस कर दिया। माता सती के अग्नि में प्रवाहित होने के बाद तीनों लोकों को भगवान शिव के कोप भाजन का शिकार होना पड़ा। कथा विश्राम के बाद मुख्य यजमान शिवजी सिंह व उनकी पत्नी ने व्यासपीठ की आरती उतारी। कथा के दौरान वृंदावन धाम से पधारे झांकी के कलाकारों द्वारा मनमोहक झांकियां प्रस्तुत की गई झांकी देख लोग बाग भावविभोर हो गये कार्यक्रम का संचालन मनोज चौबे ने किया। इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष उस्मान अली, भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह,आयोजक अध्यक्ष कमल किशोर सिंह,नवल किशोर चौबे,बबलू सोनी,श्यामसुंदर मिश्रा, अरविंद उपाध्याय, विनोद सिंह,दीनदयाल सिंह, लालजी मिश्रा, जयशंकर पाण्डेय,अजय यादव,अनिल यादव,सुशील सिंह,दिलीप गुप्ता,प्रमिला जायसवाल,रंजन पांडेय, रामपरिखा विश्वकर्मा, अमित सिंह बढ़कू, विकास सिंह छोटकू, विनित शर्मा,अमर शर्मा,आर पी राम सुरक्षा व्यवस्था में एसआई उमाशंकर यादव,योगेंद्र पांडेय,दीपक पांडेय इत्यादि लोग उपस्थित रहे।