अजित सिंह
डाला, सोनभद्र।ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में स्थित श्री सिद्ध पीठ शिव पार्वती अमर डम डम गुफा शिव मंदिरों व शिवालयों में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी जोरों पर चल रही है। मंदिरों व शिवालयों का रंग रोगन व साफ सफाई कर आकर्षक लुक दिया जा रहा है। 8 मार्च को होने वाले महाशिवरात्रि पर्व को लेकर शहर से सटे श्री सिद्ध पीठ शिव पार्वती अमर डम डम गुफा गुप्तकाशी डाला सलाईबनवा में भी तैयारी जोर शोर से चल रही है।शिव मंदिरों पर भी बड़ी संख्या में भक्त दर्शन-पूजन कर जलाभिषेक करते हैं। श्री हर हर महादेव सेवा समिति के अध्यक्ष भानु प्रताप राव ने कहा इस बार भी महाशिवरात्रि पर इस डम डम गुफा पर अच्छी भीड़ उमडने की उम्मीद जताई जा रही है।भक्त और मंन्दिर के बाबा श्री त्यागी जी महाराज श्री बद्रीबाबा जी महाराज,आयोजक समिति भी इसकी तैयारी में जुट गए हैं। इनकी ओर से मंदिर के साथ ही परिसर की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। श्रीं श्रीं त्यागी जी महाराज ने क्या कहा हर वर्ष की तरह शिवरात्रि पर इस वर्ष भी धूम धाम से मेला और भव्य भंडारा का आयोजन किया गया है । यहां 8 से 9 मार्च तक कार्यक्रम होगा।महाशिवरात्रि के दिन ही शिवजी अग्नि ज्योर्तिलिग के रूप में प्रकट हुए थे। इस दिन जो भी भक्त सच्चे मन से शिवलिग का अभिषेक या जल चढ़ाते हैं, उन्हें महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।कहा जाता है कि महाशिवरात्रि की रात को ही भगवान शिवशंकर और माता शक्ति का विवाह भी संपन्न हुआ था।कथा अनुसार शिव को अपना वर बनाने के लिए माता पार्वती ने बहुत कठोर तपस्या की। उनकी तपस्या के चलते सर्वत्र हाहाकार मच गया।बड़े-बड़े पर्वतों की नींव डगमगाने लगी। ये देख भोले बाबा ने अपनी आंखें खोली और पार्वती से आह्वान किया कि वो किसी समृद्ध राजकुमार से शादी करें। शिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि एक तपस्वी के साथ रहना आसान नहीं है। परंतु, माता पार्वती अडग रही कि वो विवाह भगवान शिव से ही करेंगी। पार्वतीजी की ये जिद देख भोलेनाथ पिघल गए और उनसे विवाह करने के लिए राजी हो गए।