मिलिन्द कुमार
घोरावल सोनभद्र घोरावल वन रेंज कार्यालय परिसर में वन्य जीवों का संरक्षण संवर्धन एवं पर्यावरण दिवस पर गोष्ठी का किया गया आयोजन विश्व वन्य जीव दिवस पर रविवार को कैमूर वन्य जीव विहार क्षेत्र के घोरावल वन रेंज के परिसर में महोत्सव मनाया गया वन्य प्राणी के सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया और मानव व अन्य जीवों के बिच संघर्ष के विषय में तेंदुआ भालू जैसे जंगली जानवरों तथा मगरमच्छ और घड़ियाल जैसे जलीय जंतु से बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करते हुवे उन्हें तमाम प्रकार के उपाय को बताया गया गोष्ठी में उपस्थिति ग्रामीणों को संबोधित करते हुवे वन क्षेत्राधिकारी सरजू प्रसाद ने बताया कि प्रतिवर्ष 3 मार्च को विश्व वन्य दिवस मनाया जाता हैं इसका मुख्य उद्देश्य वन्य जीवों की महत्ता लोगो को बताया जाता हैं जीवन चक्र के लिए वनों का जितना महत्व है उतना ही वन्य जीव प्राणियों का भी हैं मनुष्य के हस्तक्षेप के द्वारा लगभग 41 हजार जीवों की प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर आगया हैं चाहे वह जंगली जीव हो या पेड़ पौधे हो वो भी एक दूसरे से जुड़े हुवे हैं आज अगर वृक्ष है तभी धरातल पर मानव जीवन संभव हैं पशु पक्षी एवं वृक्ष वन जंगल पहाड़ तथा प्राकृतिक धरोहर विलुप्त होते जा रहे हैं अगर इन सभी का संतुलन बिगड़ा तो मनुष्य का जीवन भयावह हो जायेगा जिससे मानव जीवन पर संकट के बादल मडराने लगेगा इसके बाद मनुष्य के पास सिर्फ पछतावा होगा और कुछ नही जंगली जीवों की सुरक्षा के संबंध में उन्होंने कहा की जंगल के आस पास के गावो में रहने वाले ग्रामीण सदैव सावधान रहें एवं एक दूसरे से सामंजस्य स्थापित करके लोगो रात में घर का दरवाजा बंद करके सोने के लिए जागरूक करे ज�