कल से रुक रुककर हो रही बारिश से किसान ऐसे ही डरे हुए थे कि आज तेज आंधी के साथ ओलावृष्टि से दलहन ,तेलहन सरसों ,तीसी के साथ गेंहू के फसल को भी भारी छती हुई हैं। ओलावृष्टि और हवाओं के तेज झोंके के साथ आए पानी से कई पेड़ गिर गए तथा कई के मकान ,दीवार गिर गए। गांव से शहर तक के बच्चे बसन्त पंचमी का जश्न मनाने की तैयारियों में लगे थे कि मौसम ने ऊनके मनसूबे पर पानी फेर दिया है। थोड़े देर के लिए धूप निकलकर लोगो को राहत दे रहा है तो कुछही पल में तेज गड़गड़ाहट के साथ पानी ने खूब आंखमिचौली का खेल खेल रहा है। इस ओलावृष्टि ,आंधी पानी से सब्जियों के दाम में इजाफा हो जाएगा।तो जानवरों का चारा भी महंगा हो जाएगा। इस बारिश से कही खुशी तो कही गम हैं। तेज आंधी ने कई पेड़ गिराए जो बिजली के खम्भो को भी अपने चपेट में ले लिया इससे बिजली की भी समस्या पैदा हो गई ।मौसम के मार से सरस्वती पूजा का रंग फीका पड़ गया तो बसंत के आगमन वाली फ़ाग में खलल पड़ गया।