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लघु सचिवालय पर प्रदर्शन करते प्रदेशभर के एसई, एक्सईएन व एसडीओ।
हरियाणा के पलवल जिले में पुराना जीटी रोड पर मोतीलाल पार्क के पास वाटर सप्लाई लाईन में लीकेज ठीक करने के लिए खुदाई के दौरान हुए ब्लास्ट मामले में एक्सइएन सहित अन्य की गिरफ्तारी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को प्रदेशभर से विभिन्न विभागों क
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अधिकारियों को साजिश के तहत फंसाया
आरोप था कि एक्सईएन को पुलिस ने साजिश के तहत गलत फंसाया है। प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि एक्सईएन अमित के खिलाफ केस रद्द नहीं हुआ और मामले में गलत गिरफ्तारी करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में विभिन्न विभागों द्वारा बिजली-पानी समेत अन्य सेवाओं की आपूर्ति रोक दी जाएगी।
प्रदर्शन करते प्रदेशभर के एसई, एक्सईएन व एसडीओ।
जिस जेसीबी से हादसा, वो विभाग की नहीं
इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ हरियाणा अध्यक्ष आरके शर्मा ने कहा कि पुलिस ने जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन अमित को जान बूझकर मामले में फंसाया है। शहर के पुराना जीटी रोड पर जिस जेसीबी मशीन से यह हादसा हुआ, वह जन स्वास्थ्य विभाग की थी ही नहीं। दरअसल जन स्वास्थ्य विभाग ने हादसे से पहले ही पाइप लाइन ठीक कर कार्य निपटा दिया था। सभी कर्मचारी मौका स्थल से चले गए थे।
अवैध पानी कनेक्शन के लिए किसी ने करवाई खुदाई
इसके बाद आसपास के किसी व्यक्ति ने पानी की लाइन से अवैध कनेक्शन लेने के लिए जेसीबी से खुदाई कराई और उसी दौरान यह हादसा हो गया। जन स्वास्थ्य विभाग इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। पुलिस ने मामले में साजिश के तहत जानबूझ कर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को गिरफ्तार किया। मामले को ठंडा करने के लिए यह गलत गिरफ्तारी की गई। जबकि बिना सरकार की अनुमति के एक्सईएन स्तर के अधिकारी की गिरफ्तारी हो नहीं सकती है।
नीचे बैठाकर फोटो किया जारी
इसके बाद उसे बेइज्जत करने के लिए जमीन पर नीचे बैठाकर उसकी गिरफ्तारी का फोटो जारी किया। इसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। जुलूस की शकल में लघु सचिवालय पहुंचे प्रदेशभर के अधिकारियों ने डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ को मांगों का ज्ञापन सौंपा। मांगों में कहा गया है कि एक्सईएन के खिलाफ दर्ज मुकदमे को तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए।
पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
इसके अलावा एक्सईएन को झूठे मामले में फंसाने वाले और गिरफ्तारी की फोटो जारी करने के जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई हो। यदि ऐसा नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश के विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी आंदोलन कर प्रदेश में पानी-बिजली जैसी सेवाएं बंद कर दी जाएगी। इस दौरान फेडरेशन के महासचिव राजेश चोपड़ा, अलोक बनवाला, मंजीत हुड्डा, सिहाग, एसई राजीव बत्रा व एसई राजीव गुप्ता सहित काफी संख्या में अधिकारी मौजूद रहे।
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