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बावड़िया कला चौराहे के पास से आशिमा मॉल के पहले (पुरानी बीआरटीएस लेन) तक बनने जा रहे बावड़िया आरओबी-2 का रास्ता साफ हो गया है। वित्त विभाग से मंजूरी मिलने के बाद इसे सीएस की अध्यक्षता वाली समिति ने भी मंजूरी दे दी है। जल्द ही इस प्रोजेक्ट को मंत्री परि
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पीडब्ल्यूडी की सर्वे रिपोर्ट देखें तो इस आरओबी के बनने के बाद भी इस पर पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) 15-20 हजार होगा। यानी पीक ऑवर्स में हर घंटे इतनी संख्या में वाहन गुजरेंगे। विधानसभा चुनाव-2023 से पहले स्थानीय विधायक और मंत्री कृष्णा गौर इस आरओबी का भूमिपूजन कर चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इस आरओबी की बैंक ऑफ सेंक्शन हो चुकी है। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इसका काम भी शुरू कर दिया जाएगा।
733 मीटर लंबा होगा आरओबी पीडब्ल्यूडी की डीपीआर में आरओबी और उसकी एप्रोच रोड की कुल लंबाई करीब 1200 मीटर रखी गई है। इसमें 733 मीटर लंबा आरओबी होगा, जिसे दोनों ओर एप्रोच रोड से जोड़ेंगे। आरओबी पर वाहनों के चलने के लिए करीब 15 मीटर चौड़ी जगह होगी। बावड़िया ब्रिज-1 केवल 12 मीटर चौड़ा है और इसमें आने-जाने के लिए 5-5 मीटर जगह ही मिलती है। इसलिए यहां जाम लगता है।
144 करोड़ रुपए होंगे खर्च बावड़िया ब्रिज-2 बनाने में पीडब्ल्यूडी करीब 144.17 करोड़ रुपए खर्च करने जा रहा है। इसमें भू-अर्जन पर ही 81 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। आरओबी के दोनों ओर 1200-1200 मीटर की सर्विस रोड भी बनेगी। पीडब्ल्यूडी की रोड शाखा सर्विस और एप्रोच रोड जबकि ब्रिज शाखा आरओबी बनाने का काम करेगी। इस आरओबी से कोलार रोड, बावड़िया कला और होशंगाबाद रोड कनेक्ट होंगे।
बावड़िया आरओबी-1 पर रोज लगता है जाम
बावड़िया कला क्षेत्र और नर्मदापुरम रोड के आसपास बढ़ती बसाहट के कारण बावड़िया कला आरओबी-2 की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है। आरओबी-1 पर ट्रैफिक का दबाव काफी बढ़ गया है। इसलिए रोजाना सुबह और शाम के वक्त आरओबी पर ट्रैफिक, जाम हो जाता है। यदि दूसरा आरओबी बन जाए तो ये ट्रैफिक दोनों ब्रिज पर बंट जाएगा।
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