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अब नो पार्किंग पर खड़े वाहन को उठाने का मैसेज संबंधित वाहन मालिक के मोबाइल पर आएगा। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने सीआईडी विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर इसका आग्रह किया है।
अब नो पार्किंग पर खड़े वाहन को उठाने का मैसेज संबंधित वाहन मालिक के मोबाइल पर आएगा। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने सीआईडी विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर इसका आग्रह किया है। इसमें जीएमडीए ऐप को केंद्र सरकार के वाहन ऐप से लिंक करवाने में मदद करने को कहा है। अब तक यह दोनों ऐप लिंक नहीं होने से नो पार्किंग से वाहन को उठाने के दौरान वाहन मालिक को परेशान होना पड़ता है। उसे पता नहीं चलता है कि अवैध पार्किंग के चलते उसका वाहन उठाया गया है या वाहन चोरी हो गया है। वाहन मालिक को इधर-उधर भटकना पड़ता है।
गुरुग्राम की सड़कों पर भारत के हर प्रदेश में पंजीकृत वाहन दौड़ते हैं। सड़कों पर अवैध रूप से खड़े वाहनों को ट्रैफिक पुलिस की तरफ से जीएमडीए की उपलब्ध क्रेन की मदद से उठवाया जाता है। वाहनों को छोड़ने के एवज में ट्रैफिक पुलिस चालान करती है। क्रेन से वाहन को उठाने की एवज में 1000 रुपये अलग से शुल्क वसूल किया जाता है। इसमें आधी राशि जीएमडीए के खाते में तो आधी क्रेन मालिक के खाते में जाती है।
फिलहाल वाहन उठने पर भटकते रहते हैं मालिक
मौजूदा समय में क्रेन के माध्यम से अवैध पार्किंग में खड़ी कार को उठा लिया जाता है। वाहन मालिक के पास किसी तरह का मैसेज नहीं जाता है। वाहन नहीं मिलने के दौरान उसे भटकना पड़ता है। कई बार तो पुलिस कंट्रोल रूम में वाहन चोरी को लेकर शिकायत दी जाती है। जहां से उन्हें क्रेन की तरफ से वाहन उठाकर ले जाई गई, जगह पर भेज दिया जाता है। वाहन को देखकर वाहन मालिक की तरफ से राहत की सांस ली जाती है।
सड़कों पर खड़े सवा लाख से अधिक वाहन उठे चुके
जीएमडीए से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुग्राम की सड़कों से करीब 1.40 लाख वाहनों को क्रेन की मदद से ट्रैफिक पुलिस की तरफ से उठवाया जा चुका है। इन वाहनों का डेटा जीएमडीए की ऐप में फीड हो चुका है। यदि इन वाहनों को क्रेन द्वारा दोबारा उठाया जाता है तो इनके पास नो पार्किंग से वाहन उठने का मैसेज पहुंच जाएगा। इन लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। इससे यातायात नियमों का भी पालन होगा।
औद्योगिक एसोसिएशन नाराजगी जता चुका
उद्योग विहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव एपी जैन ने बताया कि उद्योग विहार में ट्रैफिक पुलिस और जीएमडीए ने कारोबारियों को परेशान किया हुआ है। पार्किंग का बंदोबस्त किए बिना उद्योगों के बाहर खड़े वाहन उठाए जा रहे हैं। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका है। उद्योग विहार में 10 एकड़ जमीन में पार्किंग बननी थी, जिस जमीन को बिल्डर को एचएसआईआईडीसी ने बेच दिया है।
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