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कुवैत के मंगाफ शहर में इमारत में लगी आग से रांची के अली हुसैन की भी मौत हो गई है। हादसे के तीन दिन बाद अली हुसैन का शव आज रांची पहुंचा है। इस दौरान रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा भी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। उन्होंने मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए
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24 वर्षीय अली हुसैन पिछले महीने ही 27 मई 2024 को रांची से कुवैत कमाने के लिए गया था। वह रांची के हिंदपीढ़ी का रहने वाला था। हुसैन को डोरंडा के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
दरअसल, पिछले बुधवार को कुवैत के इमारत में भीषण आग लग गई थी, जिसमें कुल 45 भारतीयों की मौत हुई थी। इसमें 23 सिर्फ केरल के थे। कुवैत के जिस इमारत में आग लगी, हुसैन वहां सेल्समैन का काम कर रहे थे। अली अपने भाई के पास वहां गए थे।
उनके भाई आदिल हसन भी सऊदी में काम करते हैं। हादसे की खबर आने के बाद से ही परिजन लगातार संपर्क स्थापित करने की कोशिश कर रहे थे। अली हसन की किसी से बात नहीं हुई। उनके भाई ने बाद में फोन पर बताया कि हादसे में अली हसन की मौत हो गई।
झारखंड सरकार की ओर से मृतक के परिवार को 5 लाख का चेक दिया गया।
केंद्र और राज्य सरकार दोनों की तरफ से मृतक परिवार को मुआवजा
अली हुसैन के चाचा कमरुद्दीन ने बताया कि अली परिवार में सबसे छोटा था। वह अपने परिवार की जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाने के लिए पैसा कमाने कुवैत गया था। अली के पिता मजदूर हैं और उनके घर की माली स्थिति काफी खराब है।
राज्य सरकार की तरफ से अली के आश्रित को पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया गया। वहीं केंद्र सरकार की तरफ से भी दो लाख रुपए का मुआवजा देने का भी ऐलान किया गया है।
झारखंड के दो लोगों की मौत
कुवैत हादसे में झारखंड के भी दो लोगों की मौत हुई है। कल सभी का शव कुवैत से कोच्चि होते हुए दिल्ली लाया गया।
परिजन हादसे के बाद से ही शव के इंतजार में थे, लेकिन देर शाम हो जाने की वजह से शुक्रवार को शव रांची नहीं पहुंच सका। शनिवार की सुबह हुसैन अली का शव रांची लाया गया। श्रमायुक्त संजीव बेसरा ने कहा कि इस मामले की लगातार मॉनिटरिंग की गई। मृतक के आश्रित को मुआवजा भी दिया गया।
इस हादसे में बोकारो के दुग्दा न्यू बीसीसीएल कॉलोनी निवासी प्रवीण माधव सिंह (36) की भी मौत हुई है। उनके पिता जयप्रकाश सिंह पिछले साल अगस्त में बीसीसीएल से रिटायर हुए थे। इसके बाद उनका परिवार वाराणसी चला गया।
रांची पहुंचा अली हुसैन का शव
45 शव लाए गए
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह कुवैत गए थे। उन्होंने वहां हादसे में घायलों से मुलाकात भी की थी। भारत के सभी 45 शव विमान से लेकर कोच्चि पहुंचे थे। अब अलग-अलग जगहों पर शवों को उनके पैतृक गांव पहुंचाए जाएंगे। इन्हीं 45 में से एक हैं मोहम्मद अली हसन का शव है।
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