[ad_1]
राजस्थान में नशा सप्लाई करने वाला माफिया ओडिशा में बैठा है। नशा सप्लाई करने के लिए अलग-अलग स्टेट के लोगों को अपनी गैंग में शामिल किया हुआ है। माफिया का टारगेट बड़े-बड़े इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले स्टूडेंट और अमीर परिवार के लड़का-लड़की होते हैं। माफिया के
.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम ने गुरुवार को जोधपुर में सप्लाई हुआ 4 करोड़ 30 लाख रुपए का 850 किलो गांजा बरामद किया। साथ ही, तस्कर अनिल कुमार को गिरफ्तार किया है। अनिल बिश्नोइयों की ढाणी मोगड़ा कला (जोधपुर) का रहने वाला है। ये नशा जोधपुर आईआईटी, लॉ यूनिवर्सिटी सहित कई बड़े संस्थानों में पढ़ने वाले स्टूडेंट तक पहुंचता है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने जोधपुर में 4 करोड़ 30 लाख रुपए का 850 किलो गांजा बरामद किया था।
गांजे की खेप को अजमेर में ट्रक से पिकअप में किया लोड
NCB के जोनल डायरेक्टर घनश्याम सोनी ने बताया- नशेड़ियों तक पहुंचना बड़ा चैलेंज था। 6 बार फेल होने पर सातवीं बार तस्कर अनिल हाथ लगा है। उससे पूछताछ में कई क्लू हाथ लगे हैं। तस्कर को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जिसे 29 मई तक रिमांड पर लिया गया है। उसने नशे की एक खेप अजमेर के नसीराबाद के पास आईसर ट्रक से पिकअप में लोड की थी। टीम ने अजमेर और आस-पास की जगहों पर दबिश दी।
जोधपुर में नागौर रोड पर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी), नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एनएलयू), फुटवियर डिजाइन और विकास संस्थान (एफडीडीआई) जोधपुर के स्टूडेंट नशे के आदी हो गए हैं। राष्ट्रीय स्तर के इन संस्थानों में ड्रग पैडलर के जरिए गांजा सप्लाई होना था।
NCB टीम सादी वर्दी में ढाबा-थड़ियों पर रही तैनात
सोनी ने बताया कि NCB टीम ने नशे के माफिया तक पहुंचने के लिए मिशन ‘शंकर’ के तहत 45 दिन काम किया। NCB टीम को इनपुट मिल रहा था कि जोधपुर स्थित शिक्षण संस्थानों के आस-पास ढाबों और थड़ियों पर नशा सप्लाई किया जाता है।
मिशन ‘शंकर’ में NCB के कई अधिकारी सादी वर्दी में ढाबों- थड़ियों पर पहुंचे। तब पता चला कि ढाबा-थड़ियों के जरिए स्टूडेंट तक नशा सप्लाई किया जाता है। सबसे बड़ा चैलेंज यह पता लगाना था कि नशा आता कहां से और इसका सप्लायर कौन है?
राजस्थान आने वाली ट्रेनों की तलाशी ली
सोनी ने बताया कि टीम को सोर्स से पता चला कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बीच सिलेरू जगह से राजस्थान में गांजा की खेप को लाया जाता है। तमाम प्रयासों में असफल होने के बाद लीड मिली कि जोधपुर में 800 किलो गांजा की खेप आती है। टीमें अलग-अलग स्थानों पर पहुंचीं, पर तस्करों को पकड़ने में सफलता नहीं मिली।
मिशन के बीच करीब 22 दिन पहले कोटा से आ रहे एक युवक को जयपुर रेलवे स्टेशन पर 35 किलो गांजा के साथ पकड़ा गया। पूछताछ में सामने आया कि ओडिशा से ट्रेन के जरिए गांजा लाया जाता है। क्लू मिलने पर NCB टीम ने आरपीएफ के साथ मिलकर ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल से राजस्थान आने वाली ट्रेनों की तलाशी शुरू की। टीम ने अपना मुखबिर तंत्र भी अलर्ट कर दिया था।
गांजा लाने पर तस्कर को पकड़ा
एक बार फिर ओडिशा से 800 किलो गांजा जोधपुर में सप्लाई होने की जानकारी मिली। 21 मई से ही टीम अलर्ट हो गई। 23 मई की सुबह 7:30 बजे तस्कर के आने की पुख्ता जानकारी हाथ लगी। टीम ने सुबह 9:27 पर गोरा होटल के पास तस्कर अनिल को दबोच लिया। उसकी बोलेरो पिकअप से 71 पैकेट गांजा बरामद किया गया। उसने गांजे की खेप अपने रिश्तेदार भागीरथ निवासी मंगल नगर गुडा विश्नोइयां के घर में भी रखी थी। रिश्तेदार के घर से भी 99 पैकेट गांजा बरामद किया गया।
हर स्टेट में गाड़ी और ड्राइवर बदलते तस्कर
तस्कर ने पूछताछ में बताया कि चेक पोस्ट और पुलिस से बचने के लिए माफिया ने तरीका निकाल रखा था। जिस स्टेट को पार करना होता, उस स्टेट की गाड़ी और ड्राइवर को अपनी गैंग में शामिल रखते थे। इस तरह पुलिस को गुमराह करते हुए आंध्र प्रदेश, ओडिशा बॉर्डर से होकर तेलंगाना, मध्य प्रदेश होते हुए नीमच के जरिए राजस्थान में एंट्री लेते हैं। इसके बाद नसीराबाद, जैतारण और बिलाड़ा से होते हुए नशे की खेप पहुंचाते थे। मुख्य मार्ग के अलावा हाईवे के आस-पास के गांव और कच्चे रास्ते से भी आते थे, जिसकी वजह से इनको पकड़ना आसान नहीं होता था।
ड्रग माफिया की संपत्ति होगी जब्त
NCB इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की संपत्ति जब्त करेगी। सोनी ने बताया कि अपराधी चाहे कितना भी पहुंच वाला क्यों ना हो उसको हम सलाखों के पीछे डालेंगे। इसके लिए SOG से लेकर पुलिस और अन्य विभाग जिनका भी सहयोग लेना पड़े, हम लेंगे।
NCB की ओर से जब्त किया गया गांजा। तस्कर प्लास्टिक के कट्टों में गांजा भरकर लाया था।
जोधपुर का है मास्टरमांइड
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड जोधपुर का है जो ओडिशा में बैठकर इस ऑपरेशन को अंजाम देता है। जोधपुर के जरिए नशे का नेटवर्क आस-पास के जिलों तक फैलाता था।
ये भी पढ़ें-
ओडिशा-आंध्र प्रदेश से पहुंचा 4.30 करोड़ का गांजा पकड़ा; NCB की कार्रवाई में चौंकाने वाला खुलासा (पढ़ें पूरी खबर)
[ad_2]
Source link