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जयपुर5 मिनट पहले
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राजस्थान में तत्कालीन गहलोत सरकार ने बचपन से न सुनने की समस्या से परेशान बच्चों के इलाज के लिए कॉक्लियर इंप्लांट का इलाज फ्री किया था। इस इलाज में तमाम जांच, दवाइयां, ऑपरेशन, कान में लगने वाली मशीन से लेकर ऑपरेशन होने के बाद की जाने वाली स्पीच थेरेपी तक शामिल थी। इन सबका खर्च चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत वहन किया जाता है। लेकिन पिछले कुछ समय से स्पीच थेरेपी संचालक मरीजों से सिक्योरिटी के नाम पर 15 से 20 हजार रुपए वसूल रहे हैं।
जयपुरिया हॉस्पिटल में पिछले महीने एक बच्चे के परिजन से
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