[ad_1]
संकटमोचन मंदिर की गैलरी में लगी मूर्तियां।
– फोटो : संवाद
विस्तार
सौ साल पूरे कर चुके काशी के सबसे बड़े संगीत समारोह का आगाज आज से हो रहा है। काशी ही नहीं दुनिया के फलक पर संगीत का महापर्व का रूप ले चुके संकटमोचन संगीत समारोह में इस बार 130 कलाकार हनुमन दरबार में हाजिरी लगाएंगे। इस महापर्व में छह दिनों तक देश-विदेश के दिग्गज कलाकार सुर, लय और ताल से हनुमत प्रभु का चरण वंदन करेंगे। निशा के चारों पहर में संगीत के आरोह-अवरोह के साथ आनंद की वर्षा होगी। कुल 44 प्रस्तुतियां होंगी और 130 कलाकार हिस्सा लेंगे। शुक्रवार को मंदिर परिसर में इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाता रहा।
संकटमोचन संगीत समारोह शनिवार से शुरू होकर दो मई तक चलेगा। समारोह की पहली निशा की शुरुआत पं. रतिकांत महापात्रा के ओडिसी नृत्य से होगी। उनके साथ छह सह कलाकार भी होंगे। इस संगीत समारोह की सबसे उम्र की 12 वर्षीय अवंतिका महाराज की प्रस्तुति भी होगी।
अवंतिका तबला सम्राट पं. किशन महाराज की पोती हैं। ऐसे ही हर दिन स्थानीय के अलावा बाहर से आने वाले कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। शुक्रवार को मंदिर परिसर में बनी कला वीथिका में लगने वाली प्रदर्शनी की तैयारी रात तक चली। वहीं, आयोजन मंच को भी तैयार किया गया। पुलिस प्रशासन ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
[ad_2]
Source link